चंडीगढ़:– 25 मार्च:- आरके विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा:–जगत जननी महाशक्ति की भक्ति के आगे किसी भी तरह का राक्षस या नकारात्मक ऊर्जा कोई भी पल भर भी नहीं जिंदा रह सकता है फिर भला कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी का औचित्य ही क्या है।।जहां नवरात्रों के दिनों में हर किसी की जुबान पर एक ही नाम सुनाई देता है, देवी दुर्गा का। होना लाज़मी भी है क्योंकि नवरात्रि का ये पर्व हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक माना जाता है। जो मुख्य रूप से देवी मां को समर्पित है। बता दें ये त्यौहार प्रत्येक वर्ष में कुल चार बार आती हैं जिसमें से दो गुप्त, एक चैत्र तथा एक शारदीय नवरात्रि। इनमें शारदीय तथा चैत्र नवरात्रों को ज्यादा महत्व प्रदान है। अगर आज की स्थिति को देखा जाए तो बहुत से लोगों की जुबान पर मां का नाम कम है और कोरोना वायरस का ज्यादा। इसका कारण है धीरे धीरे इसका दुनिया में तेज़ी से फैलाव। दिन भर दिन इससे संक्रमित लोगों को संख्या बढ़ती जा रही है। इससे बचने के लिए सरकार द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं। पूरे देश को इस दौरान लॉकडाउन कर दिया है ताकि लोग कम से कम एक दूसरे के संपर्क में आए ताकि इसको फैलने से रोका जाए। इस दौरान देश के तमाम मंदिर व धार्मिक स्थल बंद कर दिए गए हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य यही है कि कम से कम लोग एक साथ किसी स्थल पर उपस्थित हो।
मगर इसका मतलब ये तो बिल्कुल नहीं है कि आप घर पर रहकर भी मां का पूजा न करें। जी हां, तो क्या हुआ आप इन नवरात्रों में मंदिर नहीं जा सकते। आप घर पर रह कर मां की कृपा मिलेगी। इतना ही नहीं आप कोरोना जैसी महामारी आपको छू तक नहीं सकेगी।
बता दें आज 25 मार्च यानि चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि को इस साल यानि 2020 के चैत्र नवरात्रि आरंभ हो चुके हैं जो 2 अप्रैल रामनवमी पर्व के साथ समाप्त होंगे। दुर्गा संहिता में वर्णन किया गया है नवरात्रि काल में नौ दिनों तक माता की विधि-विधान से पूजा करने से देवी जातक की गंभीर से गंभीर महामारी से रक्षा करती हैं। इस चैत्र नवरात्रि आपके पास भी मौका है कि आप घर बैठे मां दुर्गा भवानी को प्रसन्न कर सकें।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देवी मां की पूजा के साथ इनके बीज मंत्र का नौ दिनों तक रोज़ाना 251 बार जप करने से कोरोना नामक महामारी से अवश्य रक्षा होगी।
कोरोना वायरस से बचना है तो चैत्र नवरात्रि में करें इन नियमों का पालन-
नौ दिनों तक प्रतिदिन सुबह 6 बजे तक स्नान कर आदि करके निर्वित हो जाएं, फिर इसके बाद नए वस्त्र धारण करें, अगर रोज़ाना नए वस्त्र धारण न कर पाएं तो कोशिश करें कि हर दिन धुले हुए वस्त्र ही धारण करें।
दिन में केवल एक बार सात्विक शुद्ध भोजन करें।
इन नौ दिनों में घर के पूजा स्थल में सुबह एवं शुद्ध घी का दीपक जलाएं। अगर संभव हो नौ दिनों तक गाय के घी का अखंड दीपक जलाएं।
संभव हो तो नौ दिनों तक 7 साल से छोटी दो कन्याओं को फल या अन्य कोई उपहार शाम के समय अवश्य करें। वरना अपने घर के बेटी को ही फल उपहार के रूप में दें।
इन पूरे नौ दिनों तक माता के बीज मंत्रों, चालीसा, आरती, स्त्रोत आदि जप, पाठ अवश्य करें। तो वहीं इस दौरान दुर्गा सप्तशती या देवी माहात्म्य पारायण करने से जीवन में उत्कृष्ट प्रगति, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
नौ दिनों तक पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखें। इन दिनों किसी से भी हाथ न मिलाए न ही स्पर्श करें।
खासतौर पर कोरोना वायरस से रक्षा के लिए निम्न दुर्गा बीज मंत्र का करें 251 बार लाल चंदन की माला या तुलसी की माला से जप करें।
।। ॐ दुं दुर्गाय नमः मंत्र का शुद्धध वातावरण में शांत चित्तत होकर पवित्रता के साथ इस मंत्र का कम से कम 108 बार तो अवश्य चिंतन, पठन और उच्चारण करें।।।।