कोरोनावायरस की मौत का दीया जलाते जलाते कहीं ब्लैकआउट ही ना हो जाए

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चंडीगढ़:- 4 अप्रैल:- आरके विक्रम शर्मा/ करण शर्मा;— देशभर में रविवार 5 अप्रैल को महामारी कोरोनावायरस को अलविदा कहने के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान पर सरसों के तेल या तिलों के तेल का दीपक घर घर में जलाने के लिए देशवासी भी उत्सुक हैं। यही नहीं, मोबाइल की टॉर्च ऑन करके प्रकाश किया जाएगा। और इस दौरान घर की तमाम बत्तियां बंद कर दी जाएंगी। लेकिन बिजली महकमे का यह मानना है कि अगर देशभर में एक साथ सारी बिजली उपकरण बंद कर दिए गए तो कहीं ब्लैकआउट ही ना हो जाए। और उसे दुरुस्त करने में काफी समय लगेगा, मेहनत लगेगी। और सभी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। प्रधानमंत्री के आव्हान मुताबिक कल 5 अप्रैल को रात 9:00 बजे से रात 9:09 बजे तक सारी बत्तियां गुल की जाएंगी। लेकिन पावर लोड अचानक घटने से ब्लैकआउट होने की प्रबल संभावना है। और अगर ब्लैक आउट होता है चारों ओर अंधेरा हो जाएगा। इसके लिए बिजली विभाग उच्च स्तरीय मीटिंग कर रहा है। और ग्रिड सिस्टम को बनाए रखने के लिए तकनीकी व्यवस्था पर गौर कर रहा है।। बिजली विभाग के इंजीनियर मुताबिक पावर प्लांट से घर-घर तक बिजली सीधे ना आकर पावर हाउस के माध्यम से अनेकों टेक्निकल सिस्टम से होकर आती है। यही ग्रिड सिस्टम अचानक बिजली का लोड बढ़ने और कम होने से खराब हो सकता है याद दिला दें कि देशभर में लॉक डाउन और कर्फ्यू के के चलते बिजली की खपत में 25 से भी ज्यादा प्रतिशत रिकॉर्ड कमी दर्ज की गई है बिजली विभाग के अधिकारियों में मुताबिक घर की सिर्फ लाइटें बंद करना नाकी  भारी उपकरण आदि। ऐसे में बल्ब ट्यूबलाइट आदि बंद कर दी जाएं। और पंखे फ्रिज इनवर्टर आदि चालू रखें ताकि ग्रिड सिस्टम प्रभावित ना हो। हालांकि बिजली विभाग के अधिकारियों मुताबिक सड़कों गलियों की सार्वजनिक स्थलों की लाइट चालू रहेंगी।। और सभी हॉस्पिटल में बिजली व्यवस्था यथावत रखी जाएगी ।सभी से गुजारिश है कि कोरोनावायरस महामारी को मार भगाने के लिए प्रकाश ऊर्जा जरूरी है लेकिन सुझाया गया ग्रिड तकनीक की व्यवस्था का ध्यान रखना  भी ज्यादा जरूरी है।।

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