भारत के आयुर्वेद नुस्खा और नुक्ता में क्रोना वायरस का सटीक सुरक्षित समाधान

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चंडीगढ़: 3 मार्च: आर के शर्मा विक्रमा प्रस्तोता :—चीन में जानलेवा वायरस क्रोना अभिशाप केेे साथ साथ असाध्य चुनौती भी बन चुका है।। राष्ट्रीय समाचार पत्रों मुताबिक तकरीबन 48 मुल्कों में क्रोना वायरस के पदचाप सुनने को मिल रही है।

अपुष्ट खबरों की माने तो चाइना में क्रोना वायरस से संक्रमित तकरीबन 80000 नागरिकों को बाकी दुनिया को बचाने की भागीरथी मंशा के आगे मौत के घाट उतारने के कथित सरकारी आदेश दिए गए हैं। करोड़ों जीव-जंतुओं मवेशियों पंछियों को या तो जिंदा जला दिया गया या फिर गहरे गड्ढों में जिंदा दफन कर दिया गया है यह भी खबर है कि क्रोना वायरस से पीड़ितों को बचाने के लिए 10000 बिस्तरों का आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल का आपातकालीन स्तर पर निर्माण किया गया है।।

अभी तक दुनिया के किसी भी देश के वैज्ञानिक चिकित्सक आदि ने ऐसा कोई पुख्ता दावा क्रोना वायरस को रोकने या खत्म करने की दवाईयां इजाद करने को लेकर किया ही नहीं है  ।।

लेकिन हजारों लाखों सालों की विशाल सभ्यता संस्कृति की  थाती भारत के आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में कोरोना वायरस से निपटने और वायरस को निष्क्रिय कर देने के नुक्ते और नुस्खे सोशल मीडिया पर बेशुमार तादाद में प्रस्तुत कर डाले ।।भारतीय  वैद्य समाज का प्रबल वादा ही नहीं बल्कि पुष्ट दावा भी है कि देसी नुस्खों के हिसाब से क्रोना वायरस तुरंत समाप्त किया जा सकता है। और इसकी चपेट में आए पीड़ितों को आयुर्वेदिक चिकित्सा देकर वायरस के रोग से मुक्ति दिलाई जा सकती है।।

 

★ जुकाम बुखार आते ही *क्रोसिन एडवांस* सुबह दोपहर शाम को 1-1 गोली 2 बार लेवें। ●-●-●
★ विक्स का इन्हेलर पास में रखें।
★ रात सोते समय नाक कान गले और माथे पर विक्स लगावें।
★ज्यादा जरूरी लगे तो *Duonase* इनहेलर लेवें।
★Homeopathic medicine *Influenzinum 200* की एक ड्राप *हफ्ते में एक बार* सोने से पहले आधा कप पानी में डाल कर ले, ये बहुत सेफ preventive है।
★लापरवाही बिल्कुल नही करें।
★ डॉक्टर को तुरंत दिखाएं।

*कोरोना वायरस उज्जैन और अन्य जगहों पर दस्तक दे चुका हैं।*
सरकारी मशीनरी संभावित संकट से निपटने के लिए चुपचाप तैयारी में जुट गई है। हम लोगों को भी सावधानी बरतना होगी।
ध्यान रखने की बात है कि चीन से भारत की बड़ी सीमा लगती है। मिजोरम, अरूणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, आसाम, सिक्किम, भूटान के रास्ते चीन के साथ हम लोगों की आवाजाही लगी ही रहती है।
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चॉकलेट , आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक, कोल्ड कॉफी, फास्ट फूड, ठंडा दूध, बासी मीठा दूध, बड़ा पाव, बेकरी की बनी चीजें, पेस्टी, केक *ये सब चीजें बंद करो।* कम से कम अप्रेल महीने तक, जब तक की वातावरण का टेम्प्रेचर 34-35 डिग्री नहीं हो जाता।

सबसे तत्काल, बहुत गंभीर, महत्वपूर्ण जानकारी –

स्वास्थ्य मंत्रालय की जनता के लिए आपातकालीन अधिसूचना है कि इस बार कोरोनावायरस इन्फ्लूएंजा का प्रकोप बहुत गंभीर और घातक है। संक्रमित होने के बाद कोई इलाज नहीं है।

रोकथाम विधि: अपने गले को नम रखना है, अपने गले को सूखने न दें। इस प्रकार अपनी प्यास को न पकड़ें क्योंकि एक बार जब आपके गले की झिल्ली सूख जाती है, तो वायरस आपके शरीर में 10 मिनट के भीतर आक्रमण करेगा।

उम्र के हिसाब से बच्चों के लिए 50-80cc गर्म पानी, 30-50cc पीएं। हर बार यू लगता है कि आपका गला सूखा है, तो इंतजार न करें, पानी जरूर पियें । एक बार में बहुत सारा पानी न पिएं , गले को नम रखने के लिए बार बार पानी पीना जारी रखें।

मार्च २०२० के अंत तक, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएँ, खासतौर पर ट्रेन या सार्वजनिक परिवहन में आवश्यकतानुसार मास्क पहनें, तला-भुना या मसालेदार भोजन से बचें और विटामिन सी का सेवन करे ।
लक्षण / विवरण इस प्रकार हैं:

1. तेज बुखार
2. बुखार के बाद खांसी का आना
3. वयस्क आमतौर पर असहज महसूस करते हैं, सिरदर्द और मुख्य रूप से श्वसन संबंधित
4: अत्यधिक संक्रामक

यदि आप मानव जीवन की देखभाल करते हैं तो Pls साझा करें!

*स्वस्थ्य मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय*
*भारत सरकार द्वारा जारी डिजिटल निर्देश*

*कोरोना वायरस*

*लक्षण – हल्का बुखार, ज़ुकाम, सिर दर्द*

*उपचार – अभी उपलब्ध नही*

*संक्रमण के 7 दिन के अंदर मौत निश्चित*

यह रोग असल मे चमगादड़ और सांप में होता है, लेकिन चीन में चमगादड़ के सूप पीने की वजह से यह मनुष्यों में फैला है ! छींकने और सम्पर्क में आने से फैल रहा है यह खतरनाक वायरस !

बचाव –
● यात्रा करते वक़्त मास्क ज़रूर पहने !
● किसी भी जुकाम या सर्दी से पीड़ित व्यक्ति का तुरंत इलाज कराए
● सांप और पक्षियों का सेवन बिल्कुल न करे
● किसी व्यक्ति से हाथ मिलाने के बाद बिना धोए अपने आंख को न छुये
*Care is better than cure*
*सुरक्षित रहें, सुरक्षित रखें*
* अपने सभी प्रियजन को जल्दी से भेजें*।#!

अल्फा न्यूज़ इंडिया के लिए चंदा पांडे जी की विशेष रूप से प्रेषित की गई बहु उपयोगी पठनीय और संग्रहणीय सामग्री।।।।

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