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चंडीगढ़ 5 अक्टूबर 20 25 आरके विक्रमा शर्मा रक्षत शर्मा अनिल शारदा —- भारतवर्ष ने 75 में स्वाधीनता वर्षगांठ मनाई तो इसी कड़ी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपनी स्थापना की शतक वर्षगांठ बना रहा है पूरी दुनिया में राष्ट्रीय सयंसेवक संघ सबसे बड़ी मानवीय इकाई मानवीय कार्यों क बनी इकाई है। यही कारण है कि इसके सदस्य सिर्फ सनातनी हिंदू ही नहीं बल्कि दुनिया के हर धर्म मात्र संप्रदाय मत मसब पंथ के लोग सदस्य हैं आरएसएस मानव को मानव से जोड़ती है। व्यक्तिगत विकास से ऊपर उठकर सम्पूर्ण समग्र व्यक्तित्व विकास ही ध्येय है। बिना भेदभाव और पक्षपात के मानव जाति के बुनियादी विकास की कहानी लिखने में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पहला और आखिरी संघ है दुनिया में इसका कोई सानी नहीं है। आरएसएस के व्यक्तित्व विकास के यात्री आज दुनिया के कोनी-कोनी में उच्चतम पदों पर असिन है और यही इसकी नींव रखने की अनिवार्यता के परिचायक हैं। स्वाधीन भारत से स्वतंत्र भारत की यात्रा की शुरुआत है। परिवार प्रबोधन सामाजिक समरसता पर्यावरण नागरिक कर्तव्य और मेड इन इंडिया मेड बाय इंडियन का अध्याय लेकर रस को चलना है और सबको साथ लेकर चलता है यही इसकी सार्वभौमिक विकास-यात्रा है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चंडीगढ़ महानगर आज अलग-अलग स्थानों पर चंडीगढ़ के विभिन्न सेक्टरों में संघ की स्थापना का शतक वर्षगांठ मना रहा है। संघ का यह उत्सव परंपरा, संस्कृति, आपसी मेल मिलाप व देशभक्ति, परोपकार, शिष्टाचार, अनुशासन और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने का भागीरथी संघ है। चंडीगढ़ में विभिन्न सेक्टरों में राष्ट्रीय सयंसेवक संघ की स्थापना वर्षगांठ के भव्य आयोजनों की कड़ी में संघ के सुनील कुमार, शाखा मुख्य शिक्षक, शास्त्री शाखा, सेक्टर 22 सी और डी ने सेक्टर 21 ए के मैदान में बहुत ही शानदार और अनुशासित कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें सैकड़ो स्थानीय लोगों सहित संघ के बड़ी संख्या में कार्यपालकों ने हिस्सा लिया। मुख्य अतिथि त्रिलोकीनाथ गोयल जी और अन्य पदाधिकारियों ने संघ की विस्तार पूर्वक जानकारी सांझी की। संघ की संघर्ष यात्रा का वर्णन किया गया। इस मौके पर चंडीगढ़ भाजपा के सांसद प्रत्याशी संजय टंडन ने सपरिवार हिस्सा लिया। वार्ड नंबर 17 के सेक्टर 22 और 23 के भाजपा प्रधान विजय शर्मा और अनिल शारदा मनजीत बिडला अश्रि्वनी कुमार बरवाला ने भी अपने दर्जनों साथियों के साथ शिरकत की। गौरव की बात है कि भारत के केंद्र-बिंदु में संघ खड़ा है। और विदेशों में आज भारत केंद्र बिंदु में है। भारतीय स्वाधीनता से स्वतंत्र होने की यात्रा पर हैं। और शून्य से शतक की यात्रा संघ ने पूरी की है। संघ का कार्य ईश्वर का कार्य है। भारत में जन्म लेना सौभाग्य की बात है। और संघ का सदस्य होना अति सौभाग्यशाली है। भावी पीढ़ी की जिम्मेवारी संकल्प यात्री बनना है। संघ का हर सिपाही मानवता के लिए प्राणों की बाजी लगाने के लिए हमेशा तत्पर रहता है। सेना और शस्त्र में शक्ति नहीं होती है शक्ति व्यक्तित्व निर्माण में होती है। शानदार यादगार समारोह का समापन संघ के गायन केसाथ हुआ। आयोजक सुनील कुमार ने आए हुए सभी संघ पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं सहित तमाम उपस्थित नागरिकों का धन्यवाद किया। तमाम उपस्थिति ने अल्पाहार ग्रहण करने के साथ विदाई ली।

