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चंडीगढ़ गाजियाबाद 03.06.25 आरके विक्रमा अनिल शारदा पंकज राजपूत प्रस्तुति— हर देश का अपना विधान अपना पहरावा खान-पान होता है। यही खूबियां उस देश की विशेष पहचान बनती है। सोमालिया में 18 साल में लड़के की शादी कर दी जाती है अगर नौजवान बिना शादी के 20 साल का हो जाए तो उसके घर वालों के लिए बहुत शर्म की बात होती है। चारों ओर से ताने उलहाने आने लगते हैं। सोमाली नौजवान को खुद अपनी पहली पत्नी चुनने का अधिकार होता है। जिसमे कोई हस्तक्षेप नहीं करता। जब उसकी पत्नी अपने पहले बच्चे को जन्म देती है, तो उस नौजवान की माँ उसे अपनी पसंद की दूसरी पत्नी गिफ्ट करती है। सोमालिया में तीस साल की उम्र में तीसरी शादी करने का रिवाज है।और चालीस साल का होने से पहले उससे उसे चौथी शादी कर लेनी चाहिए। एक सोमाली मर्द के लिए ये बहुत शर्म की बात है कि आदमी चालीस साल का हो जाए और उसकी चार पत्नियां ना हों..। और भारत सहित दुनिया के देशों में एक ही पत्नी से जिंदगी भर दुखी रहते हैं।।


