चंडीगढ़ /नागपुर/दिल्ली ; आरके विक्रमा शर्मा / अलका कीमोथी ;—जय के नाम पर ही इंटरनैशनल लेबल का फंक्शन हो और मेन हीरो ही गायब हो जाये हड़कम्प मचना लाजिमी है ! बस फिर क्या था , हर कोई निकल पड़ा जय को खोजने ! जिसने सुना उसी को इस खबर से सदमा सा लगा ! हाय ! आखिर जय कहाँ चला होगा ! किसी अनहोनी से भी कोई इंकार न कर रहा है ! ऐसे में खोजबीन का रिजल्ट ही सब को चौंका देने के लिए काफी है ! खोजने की खबर चाहे नेगेटिव आये या पॉजिटिव चौंका ही देगी ! जय खुद ब खुद में किसी सेलिब्रेटी से कम नहीं है ! जय भारत का नामवर और ताकतवर टाइगर है जो यकलख्त ही गायब हो गया ! 29 जुलाई इंटरनैशनल टाइगर डे मनाया जाता है लेकिन इस मर्तबा ये दिन उदासीनता में बिता दिया गया ! हर कोई जय के मिलने की खबर की प्रतीक्षा करता रहा ! टीवी, रेडियो और माइक्रो ब्लॉगिन्ग सोशल नेटवर्किंग पर निगाहें लगी हैं ! जय देश का नामी टाइगर है ! जो भी उसको खोज कर उसकी खबर देगा उसी को पचास हजार रूपये इनाम के मिलेंगे ! जय नागपुर स्थित उमरेड कारहांडल वन्यजीव अभ्यारण्य का वासी है ! खोजखबर देने वाले को महाराष्ट्र गवर्नमेंट ही इनाम राशि देगी ! जय की हैसियत क्या है इसका अंदाज इसी बात से लगाएं कि जगह जगह पोस्टर्स लगाएं गए हैं ! मजेदार खबर तो ये है कि जय के मिलने के लिए फैन्स खबर लिखे जाने तक दुआएं करने में मशगूल हैं ! अल्लाह खैर करे, जय सही सलामत हो और सबको फिर से उसका दीदार हो जाये !