कुरुक्षेत्र : 8 नवम्बर : राकेश शर्मा ;— हरियाणा के स्वर्ण जंयती वर्ष में उत्तर भारत के पहले राष्ट्रीय डिजाईन संस्थान (एनआईडी) में विभिन्न प्रदेशों के 58 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। देश के पहले एनआईडी अहमदाबाद की तर्ज पर इस संस्थान में विद्यार्थियों को डिजाईन बनाने की महारत हासिल होगी। इस एनआईडी कुरुक्षेत्र का पहला शैक्षणिक सत्र 15 नवम्बर से शुरु होने जा रहा है। इस शैक्षणिक सत्र का शुभारम्भ केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) निर्मला सीथारमन और मुख्यमंत्री मनोहर लाल करेंगे। अहम पहलु यह है कि इस संस्थान के पहले शैक्षणिक सत्र की वैकल्पिक व्यवस्था पालिटैक्निकल कालेज उमरी में की गई है और इस वैकल्पिक संस्थान में राज्य सरकार की तरफ से 2 करोड़ रुपए के बजट से उच्च क्वालिटी का फर्नीचर स्थापित कर दिया गया है।
उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने मंगलवार को एनआईडी संस्थान के पहले शैक्षणिक सत्र की तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। संस्थान के नवनियुक्त निदेशक डा. डीएस कपूर व रजिस्ट्रार एवं अतिरिक्त उपायुक्त धर्मवीर ङ्क्षसह ने एनआईडी की कैन्टीन का शुभारम्भ करने के उपरांत बताया कि राष्ट्रीय डिजाईन संस्थान उत्तर भारत का पहला डिजाईन संस्थान है। जिसके शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ 15 नवम्बर से किया जा रहा है। इस संस्थान के लिए उमरी ग्राम पंचायत ने 20.5 एकड जमीन दी है और 3 एकड अतिरिक्त जमीन संस्थान को देने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है। इस प्रोजेक्ट के प्रथम चरण पर 76 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी।
रजिस्ट्रार ने बताया कि पहले शैक्षणिक सत्र के लिए 58 विद्यार्थियों की सूचि संस्थान के पास पहुंच गई है। इन विद्यार्थियों को एक साल तक फाऊंडेशन कोर्स करवाया जाएगा। इसके पश्चात इन 58 विद्यार्थियों में से 20-20 विद्यार्थी इन्डस्ट्री डिजाईन, फैशन और एप्रैल डिजाईन तथा कोम्यूनिकेशन सिस्टम डिजाईन स्ट्रीम में भेज दिए जाएंगे। इस संस्थान द्वारा चार वर्षीय डिग्री कोर्स करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि एनआईडी के वैकल्पिक संस्थान में राज्य सरकार द्वारा 2 करोड़ रुपए की लागत से उच्च स्तरीय फर्नीचर की व्यवस्था कर दी है। इस संस्थान में कार्यालय क्लास रूम, लाईब्रेरी, कैन्टीन और अन्य कक्ष स्थापित कर दिए गए है। इस संस्थान के विद्यार्थियों के रहने की व्यवस्था कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अन्तर्राष्ट्रीय छात्रावास और निट के होस्टल में की गई है। विद्यार्थियों के आने-जाने के लिए संस्थान द्वारा बसों की व्यवस्था भी की जाएगी।