कुरुक्षेत्र :2 दिसम्बर : राकेश शर्मा /अल्फा न्यूज़ इंडिया ;———हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार दिव्यांगों को आगे बढ़ाने व उन्हें मुख्यधारा से जोडऩे के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित कर रही है। इसके लिए सरकार ने हर जिला में दिव्यांगों के लिए ट्रेनिंग व स्किल डेवल्पमेंट सेंटर खोलने तथा भवनों को दिव्यांगों के अनुकूल बनाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय गीता जंयती महोत्सव के अवसर पर सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार व सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग हरियाणा तथा भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) कानपुर के तत्वाधान में कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के दिव्यांगों के लिए आयोजित सामाजिक अधिकारिता शिविर एवं निशुल्क सहायक उपकरण वितरण समारोह में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में करीब 3100 दिव्यांगों को करीब 2 करोड़ 12 लाख रुपए के सहायक उपकरण वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि दिव्यांगता कोई अभिशाप नहीं है, अपितु अपने दृढ संकल्प के साथ अपनी प्रतिभा का विकास कर अच्छा जीवन जीया जा सकता है। पिछले दिनों पैरा ओलंपिक में देश के 5 दिव्यांगों ने विश्व में पदक जीतकर भारत का परचम लहराया। इसमें हरियाणा प्रदेश की बहादुर बेटी दीपा मलिक ने सिल्वर पदक जीतकर दिव्यांगता को करारी मात दी, जिस पर हरियाणा सरकार ने भी दीपा मलिक को उसकी उपलब्धि पर 4 करोड़ रुपए का नगद इनाम दिया। उन्होंने दिव्यांगों का आह्वान किया कि समाज व जनहित में उनका योगदान अपेक्षित है, उन्हें जब भी मौका मिले वे आगे आकर समाज हित में सेवा भाव से कार्य करें। इसके अलावा सामाजिक संस्थाएं भी दिव्यांगों की मदद को आगे आएं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा अब तक 10 हजार दिव्यांगों को सहायता उपकरण वितरित करवाएं हैं तथा आगामी दिनों में एक लाख दिव्यांगों को सहायक उपकरण वितरित किए जाएंगे। इससे पहले की सरकारों ने कभी अपने कार्यकाल में इतनी संख्या में दिव्यांगों को उपकरण वितरित नहीं करवाए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक हजार व 500 रुपए के नोटबंदी से लोगों को हो रही कठिनाई से बचाने के लिए कैशलैस ट्रंाजैक्शन पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए लोगों को डेबिट, क्रेडिट व रुपए कार्ड, ई-वालेट व मोबाइल एप्स से ट्रंाजैक्शन करने संबंधी सुविधाओं के प्रयोग के लिए अनुरोध किया जा रहा है।
केंद्रीय सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिव्यंागों को मुख्यधारा से जोडऩे के लिए अनेक योजनाओं का सीधा लाभ दिया है। अब तक उनके मंत्रालय द्वारा 5 लाख से अधिक दिव्यांगों को उपकरण उपलब्ध करवाएं हैं। इसके लिए पूरे देश मेें 200 से अधिक मेगा व करीब 4 हजार छोटे कैंप लगाए गए। इसके अलावा सस्ती दरों पर दिव्यांगों को ऋण उपलब्ध करवाया जाता है तथा विदेशों में शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक दिव्यंागों को 20 लाख रुपए तक का ऋण दिया जाता है। अब दिव्यांगों को एक यूनिक आईडी दी जाएगी, जिस पर पूरे देश में समान रूप से लाभ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि भाजपा की सरकार से पहले केंद्र में 15 हजार 831 दिव्यांग कोटे के पद खाली थे। लेकिन भाजपा की सरकार बनते ही 12 हजार से अधिक पदों को अब तक भर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार की कैबिनेट में दिव्यांगों का आरक्षण दायरा 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत कर दिया गया है। इसी प्रकार अब तक केवल 7 प्रकार की दिव्यांगता के लिए ही लाभ दिया जाता था लेकिन मोदी सरकार ने 14 और नई दिव्यांगता को शामिल कर इसे 21 प्रकार की दिव्ंयागता तक पहुंचाया गया है। अब अधिकतर दिव्यांगो को मोटर चालित साइकिलें जाती हंै तथा पूरे देश में 50 महानगरों का चयन कर उनकी 100-100 भवनों को बाधा मुक्त बनाया जा रहा है। हरियाणा में प्रथम चरण में गुरूग्राम व फरीदाबाद जिले इस योजना में शामिल किए गए हैं। इसके अलावा 6 साल तक के 500 बच्चों को 6 लाख रुपए प्रति बच्चा के सुनने व बोलने के यंत्र देकर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोडऩे का कार्य किया गया है।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि दिव्यांग होने की स्थिति में अपना मनोबल व विश्वास कभी कमजोर नहीं होना चाहिए। विश्व में अनेक लोगों ने दिव्यांगता को करारी मात देते हुए उल्लेख्नीय उपलब्धियां हंासिल की है। सूरदास अपने ज्ञान से लाखों लोगों के लिए प्रेरणाश्रोत बने। दृढ़ विश्वास से ही अच्छा जीवन जीया जा सकता है। हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि कुरुक्षेत्र में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता जंयती महोत्सव से हरियाणा की पहचान विश्व स्तर पर उभर कर आई है। कर्मभूमि कुरुक्षेत्र भारत की सास्ंकृतिक राजधानी भी है, जिस पर प्रदेशवासी एक बड़ा त्यौहार मना रहे है। उन्होंने बताया कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां गीता के संदेश को पाठयक्रम में शामिल किया गया है। सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि उनका विभाग दिव्यांगों को सामान्य जीवन जीने के लिए हर संभव मदद कर रहा है। सरकार के सबका साथ-सबका विकास की नीति के तहत दिव्यांगों के लिए प्रदेश में अब तक 4 मेगा कैंप लगाएं गए हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अनेक प्रकार की सुविधाएं भी विकलांगों को उपलब्ध करवाई जा रही हंै।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रधान सचिव अमित झा ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार विभाग द्वारा वितरित की जाने वाली पैंशन योजनाओंं में बढ़ोतरी का लाभ दिसंबर माह से ही दिया जाएगा। इसके अलावा पैंशन का लाभ लेने के लिए 70 प्रतिशत दिव्यांगता की शर्त को कम करके 60 प्रतिशत किया गया है। इसके अलावा सरकारी भवनों को सुगम बनाया जा रहा है, जिनमें 90 भवनों पर काम शुरू हो गया है। इसके अलावा दिव्यांगों के पहचान पत्र बनाए जाएंगे। इसी प्रकार भारत सरकार के साथ मिलकर करनाल के किसी कालेज में मूक व बधिर बच्चों के लिए अलग से विंग शुरू की जाएगी। इसी प्रकार प्रत्येक जिले में स्किल व टे्रनिंग सैंटर बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार दिव्यांागों की मदद के लिए हमेशा तत्पर है। लेकिन स्वैच्छिक व सामाजिक संस्थाएं आगे आकर भी इनकी मदद कर सकते हैं।
इस अवसर पर थानेसर के विधायक सुभाष सुधा, लाडवा के विधायक डा. पवन सैनी, मुख्यमंत्री के ओएसडी अमरेन्द्र सिंह, कुरुक्षेत्र की उपायुक्त सुमेधा कटारिया, कैथल के उपायुक्त संजय जून, कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक सिमरदीप सिंह, भारतीय कृत्रिम अंग वितरण निगम (एलिम्को) कानपुर के सीएमडी डीआर सरीन, महाप्रबंधक पवन कुमार दुबे, सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग के निदेशक संजीव वर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त धर्मबीर सिंह, भाजपा नेता साहिल सुधा, भाजपा के जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, जिला परिषद के अध्यक्ष दिलबाग सिंह सनहेडी, पूर्व विधायक बंता राम वाल्मिकी, भाजपा के महासचिव रविन्द्र सांगवान सहित गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।