सरकारी उपमंडल अभियंता के सामूहिक हिंसक हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग ने पकड़ा जोर

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चंडीगढ़ 25 जुलाई हरीश शर्मा अनिल शारदा —

चंडीगढ़ कल बुधवार यानी 24 जुलाई को चंडीगढ़ के सेक्टर 09 स्थित डीलक्स बिल्डिंग में एक दुर्भाग्यपूर्ण और गंभीर घटना घटी थी। जिसमें यू.टी. चंडीगढ़ अधीनस्थ सेवा संघ के अध्यक्ष रंजीत मिश्रा और महिलाओं सहित कई आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा एक समर्पित सरकारी अधिकारी उपमंडल अभियंता बलजिंदर सिंह चहल पर सामूहिक हिंसक जानलेवा हमला किया गया।

लगभग 11:10 बजे, एसडीई बी एस चहल अपने सहयोगियों के साथ अपने मंडल कार्यालय में जाने के लिए डीलक्स बिल्डिंग के बरामदे में प्रवेश कर रहे थे। अचानक और बिना किसी उकसावे के, रंजीत मिश्रा और उनके सहयोगियों ने अचानक बलजिंदर सिंह पर सामूहिक हिंसक हमला किया। विवाद के दौरान उनके पेट और चेहरे पर वार करने के प्रयास किये। गंभीर चोटों के बावजूद, एसडीई चहल घटनास्थल पर मौजूद अपने सहयोगियों की सहायता से बाल-बाल बचने में सफल रहे।

यह निंदनीय घटना सभी सरकारी नियमों और विनियमों का घोर उल्लंघन है। और कानून और व्यवस्था का गंभीर उल्लंघन दर्शाती है। रंजीत मिश्रा का धमकियाँ देने का इतिहास रहा है। और आज की घटना सार्वजनिक कदाचार के लिए उनकी क्षमता का स्पष्ट प्रकटीकरण है, जिसमें किसी भी सरकारी अधिकारी के खिलाफ आपतिजनक और अपमानजनक अशिष्ट अभद्र भाषा का उपयोग और शारीरिक हमला करना शामिल है।

एसडीई बलजिंदर सिंह चहल उपमंडल अभियंता ने औपचारिक रूप से प्रशासक के सलाहकार से रंजीत मिश्रा के खिलाफ सख्त और तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इसके अतिरिक्त, रंजीत मिश्रा द्वारा की गई आगे की हिंसा और हाथापाई की धमकियों के कारण, बलजिंदर सिंह ने अनुरोध किया है कि उनकी जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें बिना किसी डर या बाधा के अपने कर्तव्यों का पालन करने में सक्षम बनाने के लिए पुख्ता सुरक्षा उपाय किए जाएँ।

हमारे सरकारी अधिकारियों की सुरक्षा और भलाई सर्वोपरि है। और जनता की सेवा करने की उनकी क्षमता से समझौता करने वाली कोई भी कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम अधिकारियों से इस घटना को संबोधित करने और हमारे सरकारी संस्थानों की अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करने का आह्वान करते हैं।

यदि पुलिस प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही नहीं की गई तो हमारा धरना प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा।
बताते चलें कि पीड़ित विदेश से कुछ अरसा पहले ही गहन चिकितसा से गुजरे हैं। हमारे रिपोर्टर को मिली पुख्ता जानकारी मुताबिक एसडीई बीएस चाहल बहुत ही नर्म नेचर के शरीफ इंसान कहे जाते हैं। तभी तो कथित तौर पर उनपर सामूहिक हिंसक हमला करने वालों को अपने युनियन के अनेकों साथियों के भर्त्सना भरे विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं। एक सरकारी अफसर पर ऐसी ओछी हरकत का यहां वहां भरसक विरोध हो रहा है। उक्त हमले की गुंज चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार राजीव कुमार के दरबार तक सुनाई दी। सलाहकार ने आरोपियों के सख्त कार्यवाही किए जाने की बात कही। रंजीत मिश्रा और अन्य हमलावरों के खिलाफ सेकटर तीन स्थित पुलिस थाने में विभिन्न धाराओं के तहत एफ आई आर दर्ज की गयी है। लेकिन पुलिस पर हल्की धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के खिलाफ भी स्वर उठने जारी हैं। अधिकारियों की उक्त युनियन रंजीत मिश्रा की गुंडागर्दी और सामाजिक भूमिका की मुकम्मल जांच स्वतंत्र रुप से करवाए जाने की भी मांग करने पर भी विचार कर रही है।।

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