चंडीगढ़ /मुम्बई ; 6 जनवरी ; आरके विक्रमा शर्मा /अरुण कौशिक ;—-बालीबुड की सरहदें लांघने वाला कला का धुरन्धर 18 अक्टूबर 1950 में हरियाणा के अम्बाला जिला में जन्मे ओमप्रकाश पूरी ने विदेशों में भी अपने हुनर से फिल्मीजगत में खूब पहचान बनाई लेकिन अपनी जीवन यात्रा पूरी न करते हुए अपने घर में आज दिल का दौरा पड़ने के चलते अंतिम सांस ली ! अपने पीछे पत्नी और ईशान सन्तान को छोड़ कर भगवान के धाम को कूच कर गए ! आज ही शाम को उनको पंच तत्व में विलीन कर दिया गया ! कला का प्रेमी कदम कदम अभिनय समर्पित ओमपुरी आज हमसबसे जूदा हो चुके हैं !
66 साल के युवा ओमपुरी ने 2010 में टोरंटो में इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल में शिरकत करते हुए विदेशी मीडिया के खूब पसन्दीदा बने ! ताउम्र कला साधना में लीन रहने वाले ओमपुरी ने 1972 से 2017 तक यानि अंतिम सांस तक कला को ओढ़े पहने रखा ये उनकी निष्ठां और निर्भरता का उदाहरण रहा ! जिंदगी की तरफ झलक देखें तो 1991 में पहली शादी सीमाकपुर से और दूसरी नन्दिता पूरी से 1993 में की पर रिश्ता जल्दी से फिर दससाल बाद बिखर गया ! उनकी काबलियत से उनको पद्मश्री व् राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड से अलंकृत किया गया ! चंडीगढ़ के विख्यात दैनिक ट्रिब्यून के सफलतम वरिष्ठ जर्नलिस्ट नरेश कौशल के मुताबिक ओमपुरी उनके अभिन्न मित्र रहे और सिटी ब्यूटीफुल को दिल से तरजीह देते रहे !
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पधारे और सबसे दिल से दिल की बात की तो मीडिया ने भी उनको सर आँखों पर बिठाया था ! ओमपुरी की कलासाधना की और इच्छा पूरी न हो सकी ! उनकी हर फिल्म बेमिसाल रही पर रेखा के साथ आस्था फिल्म में उनके अभिनय ने सबके मुंह बन्द ही कर दिए थे ! फिल्म में ओमपुरी हों और फिल्म धूम न मचाये ऐसा शायद ही हुआ हो पर हुआ भी होगा तो जिम्मेवार ओमपुरी का सशक्त अभिनय कतई न था !