पंचकूला – हरीश शर्मा/ अश्वनी शर्मा प्रस्तुति –नगर निगम पंचकूला के द्वारा दो चौकों पर मस्टिक एस्फाल्ट पर 77 लाख रुपए का करवाया काम जो काम कुछ ही महीनों में टूटना शुरू हो गया था। और कल जो खड्डों की दयनीय हालत थी उस पर गाड़ियों को चलाना भी बहुत मुश्किल था। और नगर निगम के अधिकारियों ने अब पैच वर्क करना शुरू कर दिया।77 लाख रुपए बार बार पैच वर्क करने के लिए खरचें गए हैं क्या? यह सवाल विकास मंच पंचकूला निगम के अधिकारियों और नेताओं से पूछ रहा है। ऐसा पैच वर्क एक बार भी कुछ महीनो पहले करवाया गया था। नगर निगम के अधिकारियों और नेताओं ने इस घटिया करवाए काम को लगातार नजर अंदाज किया। विकास मंच पंचकूला ने जब इस मुद्दे को उठाया तो आनन फानन में मेयर नगर निगम ने ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने की खबर दे दी। इससे तो यह सरकारी 77 लाख रुपए का घोटाला भी दबाने की कोशिश की गई। ।उन सभी अधिकारियों पार्षदों व मेयर सहित विधायक व सांसद की जिम्मेदारी और जवाबदेही फिक्स होनी चाहिए। और यह 77 लाख रुपए वसूल करने चाहिएं या ठेकेदार से पूरा काम दोनो चोंकों पर से उखड़वा कर दोबारा करवाना चाहिए। विकास मंच पंचकूला व लोक सर्वहितकारी सोसायटी पंचकूला मानती है कि पहले मेयर और मोजूदा जनता के खून पसीने की कमाई से वसूले टैक्स की कोई भी जवाब देही और जिम्मेदारी सुनिश्चित नहीं करता है। और अपना कार्यकाल पूरा करके इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल कर निकल लेता है। इसी कारण स्थानीय जनता भारतीय जनता पार्टी से ही नहीं बल्कि पूर्व कांग्रेस सरकार से भी पूरी पूरी तरह से नाराज़ हैं।