क्योंकि नोट दिखने में बिल्कुल असली की भांति ही दिखता है रंग बनावट में भी ज्यादा अंतर दिखाई नहीं देता पहली नजर में हर कोई धोखा खा जाता है। चूर्ण वाले नकली नोट पर भारतीय रिजर्व बैंक की जगह भारतीय बच्चों का बैंक लिखा है। इसी प्रकार पठानकोट में कुछ भोले भाले लोगों को नक़ली नोट लेने पे चुना लगा पठानकोट के मोहल्ला ढाकी में एक बजुर्ग महंगा राम जो की अपनी किरयाना की दुकान करता है ने बताया की वह एक तो बजुर्ग है दूसरा पढ़ा लिखा नहीं है जिसके चलते उसे रात को कोई 500 रुपए बच्चों वाला नोट दे उससे समान भी ले गया वह बाकि पैसे भी ले गया जिससे वह अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है उन्होंने मोदी सरकार से मांग की कि वह इसे तुरंत बन्द करे तांकि मेरे जैसा कोई और इन ठगों का शिकार न हो वही और भी कई लोग इन नोटों के चलते ठगी का शिकार हो रहे है ढाकी मोहल्ले में डॉक्टर की दुकान कर रहे डॉक्टर सुनील ने भी कहा की उसे भी किसी ने ठगने की कोशिश की पर वह ठगने से वच गया उन्होंने कहा की मोधी सरकार ने तो नोट बंदी इस लिए की थी की काला धन व् नक़ली नोटों पर नथ डाली जाएगी पर यहां तो उल्टा अब जो नए नोट आए है उसके भी नक़ली नोट मार्किट में चल रहे है जिससे किसी के साथ बड़ी ठगी भी हो सकती है उन्होंने कहा की क्या अब मोधी सरकार को इस का पता नहीं है की मार्किट में नकली नोट चल रहे है क्या अब वह इसे छपने से नहीं रोक सकते मोहल्ला वासियों ने सरकार से मांग की कि इन नोटों को जल्द मार्किट में आने से रोका जाए तांकि किसी को बढ़ा नुकसान न उठाना पड़े।