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मोहाली :22 फरवरी : आरके शर्मा /मोनिका शर्मा ;——आल इंडिया फैडरेशन आफ सैलफ फाईनांसड कालेजिस एैसोसिएशन (एआईएफएसएफटीआई) के प्रतिनिधीमंडल ने हाल ही में चीफ पैटरन, श्री आर एस मुनीरथिनम (तामिलनाडू), प्रैजीडेंट डा:अंशू कटारिया के नेतृत्व में हियूमन रिर्सोस डिवलपमैंट (एचआरडी) के मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर के साथ मुलाकात की। डा:एम पी पुनिया वाईस चैयरमैन आल इंडिया कौंसिल फार टैक्नीकल ऐजुकेशन (एआईसीटीई),नयी दिûली भी मौजूद थे।
देश भर की विभिन्न राज्यों की 15 ऐसोसिऐशनों जिसमें पंजाब अनऐडिड कालेजिस एैसोसिएशन (पुक्का) के मि: अमित शर्मा वाईस प्रेजिडेंट और सीए मनमोहन गर्ग कोषाध्यक्ष ने भी इस मीटिंग में भाग लिया।
डा:अंशू कटारिया ने छोटे सैलफ फाईनांसड कालेजिस की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुये एच आर डी के मंत्री को रैगुलेटरी तंत्र को स्थापित करने का सुद्माव दिया ! और उन्होंने माँग की कि सारे शिक्षा संस्थानों जैसे कि निजी विश्वद्यिालयों, डीमड विश्वद्यिालयों, सेल्फ फाईनांसड कालेजिस आदि को काम करने के लिये एक साथ अवसर प्राप्त हों ! उन्होंने देश में जाली डिगरी देने वाले रैकेट संबंधी अपनी चिंता व्यक्त की।
प्रकाश जावडेकर ने आश्वासन दिया कि सरकार ने सभी डिग्रयों को डिजिटल रूप में देने के लिये यह निर्णय लिया है कि सभी डिग्रिया स्टूडेंट्स के आधार कार्ड नंबर के साथ जारी होंगी तांकि यह सारा रिकार्ड यूूजीसी, एमएचआरडी और अधिकारियों के रिकार्ड में अपने सम्मिलित हो जायें।
जावडेकर ने आगे कहा कि इस स्कीम के लागू हो जाने से छात्रों का सारा रिकार्ड जैसे कि कोर्स का पूरा नाम,अवधि,प्राप्त अंक और उस की सारी डिटेल सभी को मिल जायेंगी ! क्योंकि वह आधार नंबर के साथ जुडी होगी।
जावडेकर ने यह भी प्रकाश डाला कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिये शिक्षा प्रणाली को डिजिटलाइजेशन करने का निर्णय लिया है और उनका मंत्रालय और भी कई नीतियां लागू कर रहा है ! जिसमें स्वयंम (स्टडी वैबस आफ एैक्टीव लरनिंग फॉर यंग अैसपरिंग माइंडस), मूस(मैसिव ओपन आनलाईन र्कोस) आदि शामिल है।
चीफ पैटरन, श्री आर एस मुनीरथिनम ने बात को आगे बढाते हुये कहा कि एक केएडबलयू कमेटी बनी थी ! जिसने कि अध्यापक छात्र का अनुपात1:25 की अनुमति दी थी जबकि एआईसीटीई ने यह अनुपात1:15 रखी है ! और उन्होंने इस अनुपात को 1:25 करने का अनुरोध किया।
जावडेकर ने आश्वासन दिया कि इन सभी मुददों पर वे बहुत जल्द सैलफ फाईनांसड कॉलेजिस की समस्याओं पर गौर करेंगें और निर्णय लेंगे कि सैलफ फाईनांसड कालेजिस को बचाया जा सके।
सरीनीभुपलन (आंध्र प्रदेश), पाँडूरंगा शैट्टी (कर्नाटका), प्रदीप कुमार (हरियाणा), पी सेल्वराज (तमिलनाडू), ललित अग्रवाल (दिल्ली), के वी के राव (आंध्र प्रदेश), टी डी ईशावरा मुतु (तमिलनाडू), के जह मधु (केरला), राजीव चन्द (महाराष्ट्र), श्रीधर सिंह (राज्यस्थान), वी के वर्मा (मध्य प्रदेश), श्रीधर (आंध्र प्रदेश) आदि भी उपस्थित थे।
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