कुरुक्षेत्र ; 2 अमरच ; राकेश शर्मा /अल्फ़ा न्यूज इंडिया ;—–गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, नप अध्यक्षा उमा सुधा,उपायुक्त सुमेधा कटारिया,सैशन जज अरूण कुमार त्यागी ने किया सार्थक बधिर विद्यालय वार्षिक समारोह का शुभारंभ, बच्चों को किया सम्मानित, रंगारंग कार्यक्रम देखकर भावुक हुए दर्शक, टेरी संस्थान दसवीं व बारवीं के बाद बच्चों को देगा नि:शुल्क शिक्षाकुरुक्षेत्र 2 मार्च । गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि भौतिकत्तावाद के इस युग में मनुष्य केवल मात्र अपने निजी स्वार्थो की पूर्ति के लिए कार्य कर रहा है। इस युग में मनुष्य को अपनी क्षमता को सार्थक बनाने का प्रयास करना चाहिए तभी मनुष्य का जीवन सफल माना जाएगा। इतना ही नहीं दिव्यांग बच्चों का मनोबल और विश्वास जगाने के लिए समाजसेवी संस्थाओं को भी आगे आना होगा।स्वामी ज्ञानानंद वीरवार को सेठ पूर्ण चंद अरोडा सार्थक बधिर विद्यालय के वार्षिक समारोह में बतौर मुख्यतिथि के रूप में बोल रहे थे। इससे पहले स्वामी ज्ञानानंद, नगरपरिषद की अध्यक्षा उमा सुधा,उपायुक्त सुमेधा कटारिया, जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरूण कुमार त्यागी, अतिरिक्त उपायुक्त धर्मबीर सिंह, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम नेहा नौहरिया, एसडीएम नरेन्द्र पाल मलिक, एसडीएम पिहोवा अजय चौपडा, नगराधीश डॉ.गौरव अंतिल, संस्था के अध्यक्ष रशिम कटारिया, डॉ. अर्चना कटारिया ने द्वीप शिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत्त रूप से वार्षिक समारोह का शुभांरभ किया। इस वार्षिक समारोह मेंं स्कूल के विद्यार्थियों ने बेहद आर्कषक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर समाज के लोगों को बेटी पढाओं-बेटी बचाओं, स्वच्छ भारत मिशन, कन्या भू्रण हत्या को रोकने जैसे सामाजिक मुद्दों को सबके समक्ष रखा। इन सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखकर पंडाल में बैठे सैकडों लोगों की आखें नम हो गई और सभी ने तालियां बजाकर इन तमाम प्रस्तुतियों को सरहाने का कार्य किया।स्वामी ज्ञानानंद महाराज और नगरपरिषद अध्यक्षा उमा सुधा ने स्कूल केे बेहतरीन विद्यार्थी प्रियंका, माहित, संदीप सिंह, सुरेन्द्र सिंह, जितेन्द्र सिंह को प्रशंसा पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इसके अलावा उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने भी उल्लेखनीय उपलब्धियां हांसिल करने वाले विद्यार्थियों को पं्रशसा पत्र देकर सम्मानित किया। स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि आज लोगों के पास सुविधाएं बढ रही है और खपत कम हो रही है। मानव का जीवन केवल आत्म सुख तक सिमट कर रह गया है। जब-जब क्षमता सिमटती है तो मनुष्य की प्रगति रूक जाती है। इसलिए मानव को अपनी क्षमता, बौधिक क्षमता,मानसिक क्षमता और शारीरिक क्षमता को पहचान कर सामाजिक ढांचे का निर्माण करना होगा।क्षमताओं को खोजने से ही ईश्वर की प्राप्ती होगी।आज मानव को रोते हुए लोगों को हंसाने का प्रयास करना चाहिए। इसलिए कहा गया है कि वास्तविक धनवान व्यक्ति वही है जो प्रयाप्त क्षमता के साथ दूसरो की मदद करता है।नगरपरिषद की अध्यक्षा उमा सुधा ने बच्चों की शानदार प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि दिव्यांग बच्चों ने बेहतरीन कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपने आप को दिव्य होने का अहसास करवाया है। इन बच्चों को किसी भी क्षेत्र में कम नहीं आंकना चाहिए। इसलिए इन विद्यार्थियों का हर स्थिति में मनोबल बढाने का प्रयास करना चाहिए। उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने भाव भरे शब्दों में बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि 18 साल एक कमरें में सेठ पूर्णचंद अरोडा के प्रयासों से सार्थक बधिर विद्यालय की स्थापना की गई और समाजसेवी रशिम कटारिया के अथक प्रयासों से आज विद्यालय एक मुकाम तक पहुंचा है इस विद्यालय के 5 विद्यार्थियों को विभिन्न क्षेत्रों में नौकरियां भी मिली है। इतना ही नहीं टेरी संस्थान में नौकरी कर इस संस्थान की आवश्कताओं को पूरा करने का कार्य कर रही है। हालांकि इस संस्थान ने कभी भी सरकारी अनुदान के लिए आवेदन नहीं किया है। मां रशिम कटारिया के आर्शिवाद और स्वामी ज्ञानानंद के मार्गदर्शन में इस संस्थान ने ऊचांईयों को छूने का कार्य किया है। कटारिया परिवार की तरफ से इस संस्थान ने बच्चों को शिक्षित करके समाज को सशक्तिकरण करने का काम किया है।जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरूण कुमार त्यागी ने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को देखकर स्पष्ट हो जाता हे कि स्कूल संचालकों के सार्थक प्रयास सही मायने में सार्थक हुए है। इन कार्यक्रमों को देखकर ऊर्जा मिलती है। विश्व को एक परिवार की तरह समझना चाहिए और सच्ची निष्ठा से कर्म करना चाहिए। इस संस्थान में बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर उनके कर्तव्यों का ज्ञान दिया जा रहा है। स्कूल की संचालक समाजसेवी रशिम कटारिया ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि 1998 में एक कमरे और 3 बच्चों से स्कूल की शुरूआत की गई थी। आज इस संस्थान में 43बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है और इन बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों की शिक्षा देने का कार्य भी बखुबी किया जा रहा है। इस स्कूल में सभी बच्चों में दिव्य प्रकाश है और इस प्रकाश से समाज को एक नई राह मिलेगी। इस कार्यक्रम के मंच का संचालन डॉ.अर्चना कटारिया ने किया। इस मौके पर स्कूल की प्रिंसीपल संतोष सलुजा, आर्दश बाली, जिला बार एसोसिऐशन के प्रधान मनोज वशिष्ट,राजेन्द्र भार्गव, प्रदीप सैनी, पवन बंसल, राजेश सिंगला, रामफल शर्मा, धीरज गुलाटी, सुशील बंसल, नरेन्द्र पुरी, जिला रैडकार्स सचिव कुलबीर मलिक, जिला बाल कल्यान अधिकारी सुशील पंाचाल, एक्सईन जेपी काम्बोज, एक्सईन अशोक खंडूजा, जगं बहादुर सिंगला, मुनीष मित्तल, संजीव गर्ग,अकुंश गर्ग सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य लोग मौजूद थे।