पिता ने ज़ालिम बनकर नाबालिग बेटी से किया बलात्कार फिर 60,000 रुपए में दिया बेच

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चंडीगढ़/बांदा : 25 सितंबर /अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क प्रस्तुति:-— जिले के एक और आरोपी कुकर्मी पिता ने रिश्तों को शर्मसार कर दिया। शराब के नशे में नाबालिग पुत्री से दुष्कर्म किया। इसके कुछ दिन बाद उसे अधेड़ भट्ठे के मुनीम को 60 हजार रुपये में बेच दिया। वह उसे पत्नी के रूप में रखे है। वहीं, डर के चलते जानकारी होने पर भी मां ने कोई एतराज नहीं किया। यह आरोप 18 वर्षीय किशोरी ने लगाए हैं। उसकी शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पिता को पकड़ लिया।प्रकरण घाटमपुर और मध्य प्रदेश से जुड़ा होने पर पल्ला झाड़ते हुए रिपोर्ट दर्ज नहीं की। जानकारी के अनुसार, किशोरी मूलरूप से हर्रई जिला छतरपुर(एमपी) की रहने वाली है। इन दिनों हमीरपुर जनपद के मौदहा थाना क्षेत्र के एक गांव में ईंट भट्ठा मुनीम की पत्नी के रूप में रह रही है। उसके माता-पिता बांदा शहर के अतर्रा चुंगी में रहते हैं। किशोरी का कहना है कि दो साल पूर्व वह माता-पिता के साथ घाटमपुर में एक ईंट भट्ठे में काम करने गई थी।।पीड़िता ने आरोप लगाया कि वहां रात को शराब के नशे में पिता ने उसके साथ दुष्कर्म किया। यह घटना उसने अपनी मां को बताई, लेकिन पिता के डर के चलते उसे चुप करा दिया। कुछ दिन बाद पिता ने 60 हजार रुपये में भट्ठे में मुनीम रहे 40 वर्षीय व्यक्ति को बेच दिया। तब उसकी उम्र 16 साल थी। दो साल से वह मुनीम के साथ पत्नी के रूप में रह रही है। इस दौरान उसे किसी से बात करने नहीं दिया गया। लगातार उसकी निगरानी होती रही। दो दिन पूर्व उसने पिता से अपने कालिंजर निवासी मामा का नंबर लिया और उन्हें पूरी बात बताई। मामा शनिवार को उसे लिवा लाया और यहां घर आकर घटना की असलियत जानी। शहर के जेल रोड स्थित एक मोहल्ले में रिश्तेदार के घर पंचायत हुई। लेकिन पिता की करतूत से खफा पुत्री उसे सजा दिलाने में अडिग रही।

उसने खुद पुलिस को पूरा किस्सा बताया। कोतवाली नगर इंस्पेक्टर श्यामबाबू शुक्ला ने बताया कि प्रकरण दो साल पुराना है। जांच की जा रही है। घटना की जानकारी होने पर उन्होंने उप निरीक्षक को जांच के लिए घर भेजा था। बेटी के आरोप पर पिता को पकड़ लिया गया है। प्रकरण घाटमपुर और मध्य प्रदेश से जुड़ा है, इसलिए रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। दोनों स्थानों की पुलिस को घटना की सूचना दी गई है।

अल्फा न्यूज़ इंडिया की पुरजोर मांग है कि राज्य और जिला सरकार और पुलिस के शीर्ष अधिकारियों को इस केस पर पैनी निगाह रखनी चाहिए कि कानून और पुलिस ने अपनी जिम्मेवारी किस मुस्तैदी से निभाई है। और अगर आगे इस केस में कोई लापरवाही सामने आती है। तो तुरंत संज्ञान लेकर उस अधिकारी के खिलाफ त्वरित कार्यवाही की जाए।  बांदा के मीडिया को भी खासकर विनोद मिश्रा जी से अपील है कि इस केस के रिजल्ट तक जब तक कि अपराधियों को सजा नहीं मिल जाती, इस खबर के साथ बने रहें।।

 

 

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