रक्तदान- भाईचारे की पहचान – निरंकारी सत्गुरु माता जी

Loading

चंडीगढ  : 26 अप्रैल : आरके शर्मा विक्रमा /राहुल मेहता /

 : आज देश भर में संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा 76 रक्तदान शिविरआयोजित किए गए। इस शृंखला का उद्घाटन दिल्ली में निरंकारी सत्गुरु माता सविन्दर हरदेव जी महाराज केकर कमलों द्वारा किया गया जहां उन्होंने निरंकारी भक्तों का आह्वान करते हुए कहा कि रक्तदान भाईचारे कीपहचान है और हम सबने मिलजुल कर इस जि़म्मेदारी को निभाना है।

निरंकारी जगत 24 अप्रैल को मानव एकता दिवस के रूप में मनाता है और बाबा गुरबचन सिंह जी तथा सैंकड़ोंअन्य भक्तों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है और उनके जीवन से प्रेरणा प्राप्त करता है। बाबा गुरबचन सिंह जी ने1980 में इसी दिन मानव एकता तथा भाईचारे के लिए संघर्ष करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
सत्गुरु माता सविन्दर हरदेव जी महाराज ने रक्तदान करने वाले भक्तों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हरमानव को स्वस्थ रहने के लिए उसके शरीर में रक्त संचार बना रहना चाहिए। जहां कहीं रूकावट आती है, हमडॉक्टर के पास जाते हैं। परंतु एक रक्त संचार हमारे अपने हाथ में भी है और वह है जब हम रक्त दान करते हैंऔर हमारा रक्त किसी रोगी के शरीर में प्रवाहित होता है।
सत्गुरु माता जी ने फ़रमाया कि संत निरंकारी मिशन पहले ही एकत्व का मिशन बना हुआ है। रक्त दान केमाध्यम से मानवता के प्रति प्रेम की भावना को व्यक्त करने के लिएएक और साधन मिल जाता है। बाबा हरदेवसिंह जी महाराज ने 1986 में पहली बार आह्वान किया था कि ’रक्त नाडि़यों में बहना चाहिए, न कि नालियोंमें’। तब से लेकर आज तक मिशन के श्रद्धालु भक्त बड़े ही उत्साह तथा लगन के साथ रक्त दान करते आ रहे हैं,और आज तक देश में ही नहीं दूर देशों में भी लाखों यूनिट रक्त दान किया जा चुका है।
आज दिल्ली के रक्त दान शिविर में 1524 भक्तों ने रक्त दान किया जिनमें कुछ दिल्ली के बाहर से भी आए थे।रक्त एकत्रित करने वाली टीमों में सम्मिलित थे – गुरु तेग बहादुर अस्पताल, डॉ. हेडगेवार, डॉ. राम मनोहरलोहिया, सफदरजंग अस्पताल, जी.बी. पंत, दीन दयाल उपाध्याय, डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर, कस्तूरबा गांधी,सुचेता कृपलानी, बाड़ा हिन्दू राव, एल.एन.जे.पी. अस्पताल, इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी, आर्म्ड फोर्सेसट्रांसफ्यूज़न सैंटर और एम्स। इंडियन रेडक्रास सोसाइटी के निर्देशक डॉ वाणीश्री ने संयोजक का कार्य किया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग के मेम्बर इंचार्ज तथा संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन केसदस्य ब्रिगेडियर पी.एस. चीमा ने कहा कि इस एतिहासिक दिवस पर मिशन के श्रद्धालु भक्त बड़े ही उत्साह,लगन तथा भक्ति भाव से रक्त दान करते हैं। उन्होंने कहा कि जब से यह महाभियान 1986 में आरम्भ हुआ तबसे लेकर आज तक मिशन के द्वारा 5046 रक्त दान शिविर आयोजित किए जा चुके हैं जहां 8,69,161 यूनिटरक्त दान किया जा चुका है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

132242

+

Visitors