चंडीगढ़/ पठानकोट:- 2 अगस्त:- अल्फा न्यूज इंडिया डेस्क/ कंवल रंधावा:- पठानकोट के क्षेत्र का चक्की पुल यह चक्की दरिया अपनी अनदेखी का देश का पहला और आखरी शर्मनाक वाक्याता है।
कारण है कि इस और देश के स्वतंत्रता से लेकर आजादी के अमृत महोत्सव तक किसी ने किसी भी प्रकार का ध्यान देने की जहमत तक नहीं उठाई है। 500 घरों को अपने आगोश में लेने के लिए बढ़ रहा चक्की दरिया का भूमि कटाव से मात्र 25 मीटर बची बाकी दूरी मालगाड़ी ट्रेन की पटरी भी आ चपेट में आने से कुछ ही फासले पर है। मुस्तैद प्रशासन की ओर से नही दिया जा रहा ध्यान आने वाली त्रासदी का सबब बन सकता है और तब हाथ मलने के सिवा कुछ नहीं होगा।
गर्मी के इस मौसम में बरसात की वजह से नदिया नाले पूरे उफान पर हैं। और पानी के बढ़ रहे जलस्तर के चलते जहां आम जनजीवन प्रभावित होता दिख रहा है। वही अब इसका असर लोगों की संपत्ति पर पड़ना भी शुरू हो चुका है। जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चक्की दरिया में पिछले कुछ दिनों से पानी ज्यादा आने की वजह से बड़ी तादाद पर भूमि कटाव हुआ है। और इस भूमि कटाव की वजह से यहां रेलवे की संपत्ति को नुकसान हुआ है। वहीं अब ये भूमि कटाव स्थानीय लोगों के घरों की तरफ बढ़ता हुआ दिख रहा है। जिस वजह से शहर के वार्ड नंबर 12 के लोग खासे परेशान और चिंतित दिख रहे हैं। और प्रशासन से इस भूमि कटाव को रोकने की गुहार लगा रहे हैं। खबर लिखे जाने तक प्रशासन ने इस और उचित कदम उठाने तो दूर एकबारगी निघा तक नहीं डाली है।
इस संबंधी जब स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हर साल बरसात के दिनों में उन्हें इस परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि लोकल प्रशासन की तरफ से यहां पर हर साल पत्थरों के सपर तो बांधे जाते हैं। लेकिन पानी के बहाव के आगे वह टिक नहीं पाते और बह जाते हैं। जिस वजह से हर साल बड़े पैमाने पर भूमि कटाव होता है। उन्होंने कहा वार्ड के इस हिस्से में 500 के करीब परिवार रहते हैं। जो कि इस बार ये भूमि कटाव उनके घरों के नज़दीक पहुच चुका है। जिस वजह से कोई भी बड़ा हादसा हो सकता। और इस वजह से जानने और माली नुकसान की भरपाई सरकार की ही जवाबदेही जिम्मेवारी बनेगी।