चंडीगढ़/जयपुर:- राजेश पठानिया+ अनिल शारदा/ चंद्रभान सोलंकी:— राजस्थान में उदयपुर के बेकसूर भोले भाले दर्जी कन्हैया लाल की निर्ममता पूर्वक की गई हत्या देश विदेश में बहुचर्चित हो चुकी है। राजस्थान में खासकर उदयपुर के चारों ओर से जघन्य कत्ल की निंदा की जा रही है। दोषियों को सख्त से सख्त सजा यानी फांसी की सजा और फास्ट ट्रैक कोर्ट में इसकी सुनवाई किए जाने की मांग बल पकड़ रही है। इसी क्रम में दोनों कातिलों को कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के जाने के जुर्म में सख्त सजा देने की मांग भीड़ का शोरगुल बनता जा रहा है।
बताते चलें नेक व खुदा के बंदों और मुस्लिम प्रबुद्ध लोगों ने सरकार से मांग की है कि निर्दोष दर्जी कहैन्यालाल के जालिम कातिलों को तुरंत फैसला सुनाते हुए फांसी की सजा देनी चाहिए। और उनकी सजा फांसी प्रक्रिया को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। ताकि ऐसे और भी शातिर दिमाग व सोच वाले जालिम लोग इस्लाम धर्म को बदनाम करने की जुर्रत ना कर सकें।।
कन्हैया लाल की निर्मम हत्या करने वाले बेरहम जालिम कातिलों के केस उदयपुर तो क्या देश की अनेकों कोर्टों के अनेकों प्रबुुद्ध और मानवता प्रेमी वकीलों ने ना लड़ने के अपने निजी फरमान सुनाए हैं।