चंडीगढ़ ; 9 मई ; आरके विक्रमा शर्मा/एनके धीमान /करणशर्मा /राहुल मेहता ;——आज आधुनकिता की आड़ में और अवसरवादिता की ताड़ में मीडिया भी अपनी मर्यादा पालना का मोह तज ही रहा है ! धनलोलुपता के अंधे दौर में सबसे ज्यादा प्रभावित और परिष्कृत होने वालों में सोशल मीडिया का सानी नहीं है ! जहां सिक्के के दो पहलू होते ठीक वैसे ही मीडिया भी दो धाराओं में बह रहा है ! अब भले ही इन धाराओं से कुकुरमुत्तों की भांति उग आये कथित मीडिया के पालनहारों का दूर दूर तक कोई राफ्ता न हो ! पर इनकी पत्रकारिता सब के मुंह बंद करती और अपनी दकियानूसी व् अनुभवहीनता भरी परिपक्क्वता का लोहा मनबना इसने कोई बखूबी सीखे! सोशल मीडिया ने नेगेटिव अप्रोच को लेकर अपनी सीमाएं खुद ही लाँघ ली हैं ! और तो और सोशल मीडिया कई दशकों से विकसित हो रहे प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया को भी मात देते हुए अनेकों बार लात भी खा चुके हैं ! जरूरत है गरिमामयी सृजना की इतहास की घंटना से ग़म्भीरता पूर्वक ज्ञान अर्जित किया जा सके ! कुछेक दिवस पूर्व ही फेसबुक पर किसी ने एक नाबालिग लड़की जो खून से लथपथ थी और एक सज्जन उसको सहारे दिए खड़े थे ! जोकि पीड़िता का पिता तुल्य जान पड रहा था ! हैदराबाद के किसी एफबी यूजर अब्दुल नजीब से ये अम्बाला के कौशल किशोर ने शेयर किया था !फोटो के साथ लिखे मैटर मुताबिक उक्त लड़की के साथ चार लड़कों ने रेप किया और उसकी दोनों आँखें भी निकाल दी थीं ताकि कभी भविष्य में उनकी शिनाख्त ही न कर पाए ! अब ये घटना कब कहाँ कैसे घटित हुई इसके बारे में किसी ने भी खुद के आधार पर कोई जेहमत तक न उठाई ! इसी हफ्ते एक और वायरल वीडियो के मुताबिक एक अर्धनग्न बलिष्ठ कथित तौर पर भारतीय जवान को पाकिस्तान के नपुंसक जवान कुल्हाड़ी से काट रहे हैं ! तड़पते हुए भारतीय फौजी काफी वक़्त के बाद प्राणों से मुक्ति पता है ! उसकी गर्दन काटने के बाद खोपड़ी में बाकि के पाक जवान गोलियों से आरपार छेद करते हैं ! ये घटना किसी घर के अंदर की है ! दरवाजे पर पर्दे लटक रहे हैं और नपुंसकों की तादाद तकरीबन आध दर्जन तो है ! भारतीय जवान की गर्दन आधी काटे जाने पर खूब खून बहता है और शरीर में हिलजुल होने से पता लगता है किउसको जिन्दा काबू करके तरसा तरसा के खूब देर तक तड़पा के मौत के घाट उतारा गया ! भारत माता के वीर जवान के हाथ कमर पर बंधे हुए थे ! उसका शरीर देखकर लगता था कि सूरमा अकेले ही इन सब भीरुओं पर भारी पड़ने में समर्थ था ! आखिर सवाल पहला पैदा ये होता कि क्या ये वीडियो सच है ये फेक है ? दूसरा, अगर ये सच है तो सोशल मीडिया के पास कैसे आई और कब किस जगह इस जवान को बुरी मौत मारा गया ! भारतीय जनता मौजूदा सरकार से इंसाफ चाहती है ! कब तक जवानों की गर्दनें कटवाते रहेंगे ! कब तक सियासी रोटियां सेंकने के लिए जवानों की बोटियाँ बोटियाँ करवाते रहेंगे ! दुश्मन की जुबान में उसको ऋण ब्याज सहित लौटाना ही होगा ! तभी, वह शांति और वीरता की जुबान समझेंगे ! सोशल मीडिया का एक खास भाग अगर ये ही करतूत करने से बाज न आया तो वो दिन दूर नहीं जब आपसी फूहड़ता अज्ञानता के चलते हम अपने सुविधा देते मौकों सहित विधाओं से वंचित हो जायेंगे ! इन दोनों वायरल होने वाले घटनाक्रमों से पर्दा उठना लाजिमी है ! कहीं ये विरल होते फोटो वीडियो आदि किसी बड़ी साजिश का सबब तो नहीं बनने जा रहा है ! क्या देश के दुश्मन देश के भीतर ही तो नहीं बैठे हैं ! वक़्त रहते सब को सजग होने की जरूरत है ! वरना देर होने का मतलब बहुत कुछ छोटी सी नादानियों /लापरवाहियों के चलते बड़े जैसा बहुत कुछ खोना और फिर सदियों तक रोना होगा !