चंडीगढ़: 05 मई :- अनिल शारदा/करण शर्मा/आरके विक्रमा शर्मा प्रस्तुति :—कोल+ऐस्टेरोल….*
●कोल यानी की पित्त जैसा पीला रंग का और “स्टोल” यानी के मोम जैसा कडक पदाथँ।
●कोलेस्टेरोल मगज, करोड रज्जु, ऐड्रीनल ग्लेन्ड, लीवर वगैरा मे होता है।
●गंध रहित, स्वाद रहित, यह स्फटिकरूप रचना है।
●यह पदार्थ 149°C तापमान पर पिघलता है।
*कोलेस्टेरोल के प्रकार*
(1) H.D.L.
(2) L.D.L.
(3) V.L.D.L
HDL बॉडी के लिऐ अच्छा काम करता है जो कोशकीय दीवार, ऐड्रीनल ग्लेन्ड, दिमाग, ज्ञान तंतु, होमोँन्स एवं चरबी को पचानेवाला पित्त बनाता है।
*खराब कोलेस्टेरोल बढ़ने से होने वाले रोग•••*
● रुधिर की नलिकाओं का कड़ापन बढ जाता है।
● ऐथेरोस्केलेरोसीस होता है जिससे B.P. बढता है।
● ह्दय रोग भी हो सकता है़।
● हार्ट अटैक, पेरालीसीस, स्टोक वगैरा हो सकता है।
*कोलेस्टेरोल बढने का कारण•••••*
● वंशानुगत या आनुवांशिक कारण।
●किडनी के रोगजन्य स्थिति।
● थाईराईड ग्लेन्ड की विफलता।
*गाउट के कारण*
● घी, मांस, मछली एवं ज्यादा चरबीयुक्त खाना खाने के कारण।
● रिफाइंड वानस्पतिक घी, नारियल तैल के उपयोग से।
अल्कोहोल, काफी, पोटेटो चीप्स, ग्रेवी, चोकलेट, पेस्टी, स्वीट मिठाई के खाने से।
● बेतुकी जीवन शैली, मानसिक टेन्शन।
● कोई भी रिफाइंड तेल राइस ब्रान आयल को छोड़कर।
*आहार उपचार*
रोज के आहार मे गाजर, लसून, अदरक, अंगूर, आंवला, ग्रीन टी, हींग का प्रयोग करना चाहिऐ.
कोई भी शुद्ध फिज़िकली रिफाइंड फायदाकारक है़।
*कोलेस्टरोल को कम करने वाला काढ़ा*
*औषधि*+ *ग्राम*
मेथीदाना 50
यष्टिमधु 50
तमालपत्र 20
अजूँन छाल 20
ञिफला 30
अजवाईन 10
काली मिचँ 10
पीपली 10
काला नमक. 10
सबको मिक्स करके थोडा बहुत कूटकर ले। फिर किसी कांच की बोटल मे रख ले।
*काढा बनाने की विधि*
15 ग्राम मिक्स औषधि को 2 ग्लास पानी में धीमी आंच पर पकाऐ।
जब आधा ग्लास पानी बचे तब छान कर पीऐ।
रोज सुबह खाली पेट लें।
सुरक्षा से बचाव अच्छा, मुफ्त सलाह कभी भी।।