पंचकूला:- 30 अप्रैल:-हरीश शर्मा+ करण शर्मा प्रस्तुति:— बुरे काम का बुरा नतीजा क्यों भाई चाचा क्यों भाई भतीजा।समझ नहीं आता है कि जब काम करने के पैसे दिए जा रहे हैं तो फिर भी लोग रिश्वत क्यों मांगते हैं? क्या रिश्वत लेकर ज्यादा अमीर हो जाएंगे… बरहाल, रिश्वत बुरी बला है, इससे हाथ कुछ नहीं लगता| हां बेइज्जती जरूर हाथ लगती है और जो पास है वो भी छिन सकता है| लेकिन यह सब जानते हुए भी सरकारी सिस्टम में रिश्वत का कीड़ा मर नहीं रहा है| मामला हरियाणा से सामने आया है| जहां एक ASI को रिश्वत लेते हुए दबोचा गया है| विजिलेंस टीम ने यह कार्रवाई की है|
चरखी दादरी का पूरा मामला ….एकत्रित जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला हरियाणा के चरखी दादरी का है| विजिलेंस टीम ने सदर थाने में तैनात एएसआई विक्रम सिंह को 25 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है| विजिलेंस इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपी एएसआई के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर मामले में आगे की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। बतादें कि, हरियाणा से आये दिन रिश्वत लेने के संबंध में कार्रवाई होती नजर आती है| अब वह दिन दूर नहीं जब हरियाणा से रिश्वतखोरी भ्रष्टाचार का नामोनिशान तक मिट जाएगा। हालांकि यह हकीकत से कोसों दूर है। लेकिन कभी-कभी सपने भी साकार हो जाते हैं ऐसी ही एक उम्मीद हरियाणा से भी बंधी हुई है।