चंडीगढ़: 21 नवम्बर: आरके शर्मा विक्रमा/करण शर्मा/ अनिल शारदा प्रस्तुति:— सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के पावन आशीर्वाद द्वारा ब्रांच चंडीगढ़ का संत निरंकारी सत्संग भवन सैक्टर 15 डी में संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन (संत निरंकारी मिशन का सामाजिक विभाग) द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सन्त निरंकारी मिशन के 109 निरंकारी श्रद्धालु भक्तों एवं सेवादारों द्वारा निःस्वार्थ भाव से रक्तदान किया गया। रक्त एकत्रित करने हेतु पी0 जी0 आई0 चंडीगढ के ब्लड बैंक की 12 सदस्यीय टीम वहां उपस्थित हुई।
इस शिविर का उद्घाटन केन्द्रीय योजना एवं सलाहकार बोर्ड सन्त निरंकारी मंडल की सदस्य आदरणीय बहन जोगिन्दर कौर जी तथा बहन गुरबचन कौर पड्डा जी व श्री परमिंदर राय जी आई पी एस (सेवा निवृत) हरियाणा द्वारा संयुक्त रूप से किया गया । उन्होंने रक्तदान शिविर में सम्मिलित होने वाले रक्तदाताओं को प्रोत्साहित किया एवं जनकल्याण के लिए की गई उनकी सच्ची सेवा की प्रशंसा भी की।
इस अवसर पर बहन जोगिन्दर कौर जी ने कहा कि सन्त निरंकारी मिशन द्वारा प्रथम रक्तदान शिविर का आयोजन दिल्ली में वर्ष 1986 के नवम्बर माह में, वार्षिक निरंकारी सन्त समागम के अवसर पर किया गया जिसमें बाबा हरदेव सिंह जी ने इस शिविर का उद्घाटन किया और मानवता को यह संदेश दिया कि ‘रक्त नालियों में नहीं नाड़ियों में बहना चाहिए।’ संत निरंकारी मिशन के सेवादार इस संदेश को चरितार्थ करते हुए दिन रात मानवमात्र की सेवा में तत्पर है। विशेष रूप में कोरोना महामारी की विषम परिस्थिति मेें भी जनकल्याण के लिए निःस्वार्थ भाव से सेवाएं की जा रही है जो निरंतर जारी है।
इसके अतिरिक्त जोनल इंचार्ज, संयोजक, मुखी, क्षेत्रीय संचालक, संचालक व अन्य अधिकारी महात्मा रक्तदान शिविर में उपस्थित थे। मुखी श्री एस0 एस0 बांगा जी ने सभी गणमान्य अतिथियों सहित डॉक्टर एवं उनकी टीम का तथा रक्तदाताओं का हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि संत निरंकारी मिशन द्वारा जनहित की भलाई हेतु समय-समय पर अनेक सेवाएं की जा रही हैं जिससे कि समाज का समुचित विकास हो सके। जिनमें मुख्यतः स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, निःशुल्क चिकित्सा परामर्श केन्द्र, निःशुल्क नेत्र शिविर, प्राकृतिक आपदाओं में ज़रूरतमंदों की सहायता इत्यादि। इन सभी सेवाओं के लिए मिशन को राज्य सरकारों द्वारा समय-समय पर सराहा एवं सम्मानित भी किया गया है।