प्रिया झिंगन के पिता जी एक पुलिस अफसर हैं और घर में अनुशासन शिष्टता का शानदार वातावरण है ! प्रिया हालाँकि पुलिस में भी नौकरी कर सकती थी पर सेना का आकर्षण व् गौरव उसे इतना भाया कि उसने आर्मी के चीफ जनरल रॉड्रिक्स को पत्राचार द्वारा सेना ज्वाइन करने की अपनी बलबती इच्छा से अवगत करवाया !प्रिया की विशेष इच्छा तो इन्फेंट्री डिवीजन में ही जाना था ! लेकिन तात्कालीन नियमों के मुताबिक ये अनुनय विनय ख़ारिज होती रही ! पर उसने हौंसला नहीं छोड़ा और अपने लक्ष्य के सम्मत अग्रसर रही !पढ़ाई में भी प्रिया झिंगन अच्छी थी सो लॉ ग्रेजुएट बनी थी ! इसी के बलबूते उनको जज एडवोकेट जनरल में स्थान मिला !वर्ष 1992 में भर्ती होने वाली प्रिया झिंगन सेना से दस वर्ष की सर्विस देने के बाद वर्ष 2002 में सेवा पदभार से मुक्त हुईं ! मेजर प्रिया छिंगन एनसीसी यानि नैशनल कैडेट कोर से चयनित होने वाली प्रथम भारतीय महिला बनी !और चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में जोइनिंग दी थी !यहाँ सिल्वर मैडल से नवाजी गई प्रिया झिंगन को मार्च 1993 में जज एडवोकेटस जनरल डिपार्टमेंट में कमीशन प्राप्त हुआ था ! मूल रूप से प्रिया झिंगन शिमला की वासी हैं ! सेना में नारीशक्ति की समूलियत के लिए भी सर्वपर्थम प्रिया झिंगन ने ही पहला खत लिखा था !
ये तमाम व् विचार व् जानकारी अदिति कलाकृति हब ऑफ़ हॉबीज की बैठक में सीनियर पत्रकार संतोष गुप्ता और प्रिंसिपल आर्टिस्ट मोनिका शर्मा ने सांझे करते हुए नारीशक्ति को सेना में बढ़चढ़ कर प्रवेश करने के लिए प्रेरित करने की व्यक्त किये ! काफिला दी फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया की संस्थापिका प्रिंसिपल [सेनिo] विक्रमजीत कौर बब्बल और संवेदना एनजीओ की सर्वेसर्वा अनुराधा सिंह ने कहा कि भारतीय नारी अपनी आदि शक्ति के नाते समूचे विश्व में किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं ! आज आधुनिक परिवेश में उनकी उपस्थिति हर क्षेत्र को गौरवमयी दिशा दे रही है ! पंचुकला से थ्री स्टार वुमेन वेलफेयर की प्रधान मीना शर्मा सहित डॉ कमलेश अंजू शर्मा के मुताबिक अगर नारी समाज को सही समय पर सही दिशा मिलती रहे तो वह खुद को हर मोर्चे पर बखूबी कामयाबी से प्रूव करने का समार्थ्य रखती है! अदिति कलाकृति की ओर से शनिवार 20 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में सभी सम्मानित होने वाली 112 नारीशक्ति को बधाई और शुभकामना देने के लिए उक्त बैठक का आयोजन किया गया था !