बीएसएफ जवान तेज बहादुर के साथ फिर देश उठ खड़ा हुआ,कोर्ट ने मांगे जवाब,नपेंगे अफसर भी

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बीएसएफ जवान तेज बहादुर के साथ फिर देश उठ खड़ा हुआ,कोर्ट ने मांगे जवाब,नपेंगे अफसर भी   
चंडीगढ़ ; 7 फरवरी ; आरके शर्मा विक्रमा /करणशर्मा ;——-देश के वीर जवानों की दुर्गति से देशवासी आहत हैं और कानून ने जो कदम आगे बढ़ाये वह अभी ऊंट के मुंह में जीरा तुल्य ही हैं ! बीते वर्ष जनवरी में ही सोशल मीडिया में फ़ौज के वीरों के लिए जो भोजन परोसा जाता उसे देख कर तो कैदियों के दिल भी पसीज उठे थे ! एक वीर जवान ने ये वीडियो इस लिए ही बनाई थी कि उनके अधिकारी इसको देख कर भोजन में व्यापक सुधार करेंगे ! परन्तु जवान के साथियों ने ये कथित तौर पर ये वीडियो सोशल साइटों पर वायरल कर दी ! भले ही देश को जवानों के मिलने वाले भोजन की दयनीय दुर्दशा के दीदार तो हो गए पर हद तो तब हो गई जब जिम्मेवार और जवाबदेह अफसरों ने सुधार करने के बजाए जवान को ही नौकरी से बाहर निकाल डाला !लेकिन इन अफसरों ने जवान का कानूनन क्या दोष निकाला इसके बारे कोई भी सटीक जवाब आज तलक नहीं दे पाया ! आखिर बीएसएफ की 29 वीं बटालियन के  इस जवान का दोष क्या सच बोलना ही है तो भावी पीढ़ी ये समझें  कि  सेना में सच बोलना गुनाह माना जाता है ! और जिस सेना पर देश का करोड़ों रूपये पानी की तरह बहाया जाता है उसकी ही ऐसी दुर्दशा है तो बाकियों का तो रब्ब राखा ! सच बोलने वाले इस बीएसएफ जवान को रोजी रोटी से वंचित करने वाले अफसरों पर अब कानून की नजर पैनी और टेढ़ी हो चुकी है ! अब सेना के इन अफसरों को अपनी मनमर्जी का खामियाजा भुगतना होगा ! इस भुग्तभोगी ने अब न्यायलय का दरवाजा खटखटाया है और न्याय पलकों ने पीड़ित का हाथ थामा है तो समूह देश जवान के पक्ष में सफर उठ खड़ा हुआ है ! हर और हमदर्दी और उसके लिए न्याय की धार को पैनी करने की कवायद तेज हो रही है ! पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जवान ने पुनः नौकरी पाने की अर्जी लगाई है ! हाईकोर्ट के जज श्री पीबि बजंथरी ने बीएसएफ और सेंट्रल गवर्नमंट सहित संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किये हैं ! अपनी दायर याचिका में जवान ने वीडियो बनाने का असली कारण भी लिखा है और दोस्तों द्वारा वीडियो सोशल साइट फेसबुक पर लोड करने की स्पष्ट बात भी लिखी है ! हैरत की बात तो ये देखें कि जवान को बड़े अफसरों ने अपनी सफाई में सच्चाई  से पक्ष रखने तक का भी मौका उपलब्ध नहीं करवाया !
                                           जवान ने अपनी बर्खास्तगी को चुनौती दी है और बीएसएफ महानिदेशक के समक्ष अपनी अपील भी रखी थी जिसको अफसरों ने ही नजर अंदाज किया गया ! क्या कोर्ट अफसरों की इस बड़ी गलती की सजा इनको देगा तो किस रूप में देगा ?? जवान का नाम तेज बहादुर है जिसने सच बोलने की हिम्मत दिखाई पर अफसरों ने अपनी कौनसी क्वालिटी दिखाई ये कोई भी नहीं जानता ???? अल्फ़ा न्यूज इंडिया तेज बहादुर के हक़ में बुलुंद आवाज का आगाज करने के लिए कृतसंकल्पित है ! फेसबुक पर और व्हाट्सअप पर तेज बहादुर यादव के लिए सिग्नेचर अभियान का बीड़ा उठाया  है ! जिसको हर और से खूब समर्थन और शाबाशी मिल रही है !  सुनने में आया है कि जवान के सोशल साइट्स पर फैंस की तादाद लाखों में है ! 

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