हिन्दू धर्म में भी अब पर्व व्रत त्यौहारों की तिथियों में संशय से दुविधा,इंद्र होंगे प्रसन्न
चंडीगढ़ ; 11 फरवरी ; आरके शर्मा विक्रमा /एनके धीमान ;——आजकल आधुनिक दौर में साइंस ने खूब उन्नति की है तभी तो जो पर्व तीज त्यौहार व्रत और धर्म समागम मेले आदि एक निश्चित तारिख को हर साल मनाये जाने की परम्परा थी वह अब लुप्त हो गयी है और एक ही समागम आदि को दो दो बार मनाया जाने लगा है ! इसी क्रम में अब हिन्दू धर्म में भी दो दो तिथियों की घोषणा होने से आस्थावानों में भारी संशय देखा जा रहा है ! वर्ष 2018 की महाशिव रात्रि कहीं 13 फरवरी को तो कहीं 14 फरवरी को मनाई जाने की खबरें आ रही हैं ! ज्योतिषी भी मनमर्जी की ढफली बजाते हुए अपने राग अलाप रहे हैं ! सरकार भी इस अवसर पर सिवाय मूकदर्शक के कुछ भी करने की औकात में नहीं दिख रही है ! लेकिन वास्तव में महाशिवरात्रि का महामोक्षदायी पर्व इस मर्तबा मंगलवार 13 फरवरी को ही है भले ही 14 फरवरी तक इस का पाय बना रहेगा ! परन्तु 14 फरवरी की रात्रि को शिव स्नान, अर्चन आचमन व् पूजा का कोई विधान नहीं है !
मौसम के मिजाज की तुनक ताकने के लिए आसमान का मुआयना करती नजरें कह रही हैं कि अगले बुधवार से पहले बरसात होने के योग जुड़ रहे हैं ! इसी के कारण ठंड और ठंड में चुभन बढ़ेगी ! यानि भगवान शंकर को नमन करने वायु देवता और इंद्र देवराज सहित जलदेवता अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे ! होली तक वैसे भी ठंडी हवाओं का जोर रहेगा और सर्दी जाते जाते अपने तेवर कड़क दिखा सकती है ! अभी सभी को खूब सम्भल कर रहने की सख्त जरूरत है ये बात डॉ जेपी बंसल प्रभारी डिस्पेंसरी स्केटर 20 चंडीगढ़ ने बताते हुए कहा कि लोग जल्दी से काम न लें और अभी गर्म कपड़ों का परित्याग न करें ! सर्दी अभी बरकरार रहेगी और बदलते मौसम में बुखार गले की दर्द और नाक बहना, जुकाम लगना, सिर पीड़ा सहित बदन दर्द, हल्के बुखार आम परेशान कर सकते हैं !