चंडीगढ़ ; 16 अप्रैल ; आरके शर्मा विक्रमा ;—–बालीबुड हेकड़ी का पर्याय यानि दबंग दरोगा सलमान खान उर्फ़ सल्लू को ब्लैक बक को गोली मारने की सजा हालाँकि ऊंट के मुंह में जीरा तुल्य सजा मात्र है ! पर सजा काहे की वो तो अगले दिन ही खुली हवा में खुली सांस लेता है क्योंकि कानून उनकी जेब में – – – – -! कानून की साख देखिये बाकि के सब आरोपी बच निकले कानून ने दुहाई दी उनका अपराध साबित ही नहीं हुआ ! जबकि आम जनता के लिए कानून अपनी छाती पीटता है कि अपराधी का साथ देना तो दूर अपराधी के बारे में सोचने विचारने वाले भी अपराधी हैं यहाँ तो सब इक साथ शिकार करने निकले थे और अश्वेत चिंकारा धराशायी किया था ! खैर कानून तो उन का होता जो कानून के होते ! अल्फा न्यूज़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सीहोर [मध्य प्रदेश स्टेट] में नौ लोगों को चिकारा के मांस सहित हिरासत में लिए जाने की खबर जंगल की आग की तरह फ़ैल रही है ! सीहोर के आष्टा पुलिस स्टेशन एरिया के गाँव चुपाडिया के आमुक फार्म हॉउस में उक्त नौ लोगों को पुलिस चिकारा के मांस सहित धरने में सफल रही !किसी जश्न के मौके चिकारा हिरण का मांस पकने के लिए साफ़ करके रखा ही गया था कि पुलिस और अफसरों और मुस्तैदी से गुप्त ही फार्म हॉउस पर हमला बोलै और सब को मांस के साथ हिरासत में लिया ! ये हँसिब बेग का है इंदौर भोपाल के रास्ते पर है !चार आरोपियों की शिनाख्त कानपूर यूपी हो चुकी है ! अभी तो मांस पकना था फिर तो पार्टी शुरू होनी थी ! पर गुप्त सूचना पर दबिश देती पुलिस ने खलल डाला तो सब चौपट हुआ ! धरे गए आरोपी ;—-
वहीदखान जुम्मापुरा [60 साल], वशीर [40साल ], आसिफ [22] दोनों लंगापुरा वासी /हसीब प[पुराण बस स्टैंड एरिया] अब्दुल आरुफ़ [मीरपुर 38 ] कानपूर यूपी के मुईन फैजानव् ऊजायत, आरिफ !
प्रकरण की पड़ते ही भनक पड़ोसी स्टेटस तक खबर फैलते देर न लगी ! पब्लिक प्रेस आदि न्यायालय पर जा तिकी हैं कि अब कानून अपना कौन सा चेहरा सामने लाएगा ये तो आने वाला वक़्र्त ही बतलायेगा ! फार्महाउस के स्वामी हसीब बेग की भागेदारी की भी जाँच की जा रही है और किन किन लोगों को आने का चिकारा मृग का मांस खाने का न्यौता था !