चंडीगढ़ ; 20 अप्रैल ; आरके शर्मा विक्रमा /मोनिका शर्मा /करण शर्मा ;—चंडीगढ़ प्रशासन के वित्त विभाग ने अपने डेढ़ दर्जन भर से भी ज्यादा एसी [एफ एंड ऐ] अफसरों को तुरंत प्रभाव से और बिना इन किसी को हवा लगने से परे ही हुक्म थमा दिए गए ! प्रशासक के हस्ताक्ष्रर 18 अप्रैल को ही हो चुके थे ! प्रोमोसन बेसिज पर अनिल कुमार कम्बोज /सीमा शर्मा /अमनदीप कौर को बड़ी जिम्मेवारियां सुपुर्द की गईं !
नीलम खन्ना [चंडीगढ़ सिटी बस सोसायटी]/नरेश कुमार सैनी [जीएमसीएच 32]/परविंदर शर्मा [एमसीसी] सुधीर पराशर [सेंट्रल ट्रेजरी] /राजीव तिवारी[सीएचबी]/कुलदीप सिंह [सीएचबी]/जसवीर सिंह[सीएचबी]/सुरेश कुमार [सीएचबी]/प्रभाकर शर्मा [पैक यूनिवर्सिटी ऑफ़ टैक्नोलॉजी]/जेपीसिंह [स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट]/ श्रवण गोयल [सिटको]/विनोद कौशिक[सीटीयू]/अखिल कुमार [एसीसी]/विजय कुमार विज [गवर्नमेंट प्रेस यूटी]/सुनील अरोरा[एसटीए]/राजनदेव शर्मा [रेन्ट्स ऑर्गेनाइजेशन] का ट्रांसफर के बाद श्रवण गोयल का पदभार संभालेंगे ! और साथ ही अतिरिक्त रूप से लॉ डिपार्टमेंट सहित फाइनेंस ब्रांच ऑफ़ यूटी सेक्रेट्रियेट चंडीगढ़ का कार्यभार भी संभालते रहेंगे ! विजय कुमार विज ट्रांसफर बेस पर सुनील अरोड़ा का गवर्नमेंट प्रेस में एसी [एफ एंड ऐ] पदभार संभालेंगे ! और साथ ही रजिस्ट्रार कोआपरेटिव सोसायटीज का कार्यभार ठीक वैसे ही देखेंगे जैसे सुनील अरोड़ा देखते रहे !
फिर बजह क्या हुई —-सरकारी अदायरों में यहाँ वहां कानाफूसी पुर यौवन पर है ! कि रूटीन ट्रांसफर्स के चलते अफसर तो इधर से उधर होते रहते हैं ! लेकिन इन तमाम ट्रांसफर्स के पीछे एक ही कारण हजम नहीं होता है ! साहब के चम्मचों की सुनें तो साहब को कई सीटों पर पल्थी मारे बैठे अफसरों की मिल रही लगातार शिकायतों ने भी विचलित कर रखा था ! और अब संबंधित विभाग अपनी अंदरखाते एंटी भूमिका को लेकर संदेहों के घेरे में है ! आखिर किस के इशारे पर कई अधिकारी पानी पर काई की तरह जमे फैले कुंडली मारे हुए थे ! कई अफसरों को तो उक्त पदों की समय सीमा से पहले भी ट्रांसफर करना भी को जन्म देता है !
पब्लिक को ख़ुशी और राहत ;—-आम रियाया की सुनें तो ये ट्रांसफर्स ठीक और सही दिशा में उठाया गया उचित कदम है ! जल्दी ट्रांसफर्स से रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार पर भी नकेल कसी जाएगी ! —-तो क्या ये अवगुण ही तो कहीं ट्रांसफर्स का सबब तो नहीं बने !