उत्तरप्रदेश ; 3 जून ; अल्फा न्यूज़ इंडिया ;— उत्तरप्रदेश की राजनीति गुंडागर्दी अंधेरगर्दी और रिश्वतखोरी भ्रष्टाचार बलातखोरी मुनाफाखोरी यानि की हर अवगुण का पर्याय कहा जाता है ! राजनीति में परिवर्तन से आम जन को आस बंधती है कि अब उनकी दबी कुचली आवाज को साज मिलेगा ! उनको भी इंसाफ नसीब होगा और उनकी प्रभुसत्ता का अस्तित्व भी कोई मायने बनाये रखेगा ! लेकिन ये सब तो अल्फाजों की गूंज है जो शुरू से अबतक दबी ही रही है ! कहने को हिंदुस्तान में हिंदूवादी आरएसएस के साये में भारतीय जनता पार्टी के सत्तासीन होने को हौब्बे दिखाए जाते हैं पर असल में राजनीति आज भी गुंडों के हाथों में कठपुतली बनी हुई है ! निस्वार्थभावी और परोपकारी स्वभावी आदित्यनाथ योगी उत्तरप्रदेश ने लगता खुद की मुख़्तियारी की बाट जोह रहे हैं !
शासन तो मंत्रियों एमएलए और एमपीज के कुछेक बिगड़ैल लौंडे ही चला रहे हैं ! ऐसा यूपी की बदतर हालत बयान कर रही है ! यूपी में हाल ही में बाई इलेक्शन हुआ सीट कैराना थी ! बबाल मचना और नाक की साख का सवाल मुखर था ! एक ओर भाजपा तो दूसरी और सपा व् बसपा सहित रालोद की प्रत्याशी तबस्सुम बेगम मैदान में जनता की सेवा का बीड़ा उठाने की जीत के लिए लड़ रही थीं ! जीत अभिमन्यु की नहीं विपक्ष की कौरव सेना की हुई ! क्योंकि तबस्सुम बेगम का बिगड़ैल बेटा नाहिद हसन गरीब निरीह असहाय बेबस जनता की छोडो प्रशासन के अधिकरियों की सरेआम मान बहिन बेटी सब एक करता कभी भी देखा सुना जा सकता है ! कैराना ब्लॉक अधिकारी की सब अधिकारीयों कर्मचारियों और पब्लिक केबीच धुनाई करता और गंदी गंदी गालियों से उक्त हिन्दू कहे जाने वाले अधिकारी को अपमानित कर रहा है ! बतातें चलें कि नाहिद हसन की अम्मा ने कुछ हफ्ते पहले ही तो चुनाव जीता है कई पार्टियों के जीतोड़ समर्थन से मात्र से ही !
इक तो प्रशासनिक अधिकारी दूसरा हिन्दू तीसरा केंद्र और उत्तरप्रदेश में भाजपा सरकारें काबिज हैं ! केंद्र में मोदी और यूपी में योगी और बदकिस्मत पीड़ित अपमानित अधिकारी सरकार का अधिकारी और हिन्दू समाज का हिन्दू राष्ट्र का नागरिक !