ब्रह्मलीन सविंदर कौर जी के नामित मिशन की छठी सर्वेसर्वा सुदीक्षा जी ने किये प्रवचन

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ब्रह्मलीन सविंदर कौर जी के नामित मिशन की छठी सर्वेसर्वा सुदीक्षा जी ने किये प्रवचन
निरंकारी माता सविंदर हरदेव जी को श्रद्धांजलि, सुदीक्षा जी द्वारा ईश्वर की रज़ा मानने का आह्वान  

चण्डीगढ : 9 अगस्त: आरके विक्रमा शर्मा /मोनिका शर्मा :—– निरंकारी माता सविंदर हरदेव जी के अंतिम संस्कार के पश्चात् प्रेरणा दिवस मनाया गया और बुराड़ी रोड स्थित, ग्राउंड नं.8 में एक विशाल सत्संग कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें उन्हें न केवल भरपूर श्रद्धांजलि अपर्ति की गई बल्कि उनके जीवन तथा शिक्षाओं से प्रेरणा भी ली गई।               

समारोह की अध्यक्षता करते हुए सद्गुरु माता सुदीक्षा जी ने कहा कि आज के इस प्रेरणा दिवस पर हम एक ऐसी माँ को याद कर रहे हैं जो न केवल हम तीन बच्चों की माँ थी बल्कि पूरी संगत की माँ थी। उन्हांेने हमेशा सभी को प्यार तथा स्नेह प्रदान किया।

सद्गुरु माता सुदीक्षा जी ने कहा कि इस माँ ने हमें इतना कुछ दिया कि आज उनके लिए सभी भावुक हो सकते हैं परंतु उन्होंने हमें बचपन से ही निरंकार से जुड़ने की शिक्षा दी। वे कहते थे कि परिस्थिति कोई भी हो, यदि हम निरंकार पर छोड दंे तो यह सम्भालेगा, हमारी समस्याओं का समाधान करेगा।     

माता सुदीक्षा जी ने कहा कि आज बहुत से भक्तों को आँखों में आँसू लिए देखा मगर वहीं ऐसे भी भक्त थे जिनकी आँखें तो भरी हुई थी पर चेहरे पर मुस्कुराहट लिए मेरी ओर देख रहे थे। एक समय पर मैं भी कुछ भावुक हो रही थी परंतु इन भक्तों को देखकर मन में ठहराव आ गया क्योंकि मुझे अहसास हो गया कि इन्होंने इसे निरंकार की मजऱ्ी मान लिया है। मुझे यही लगता था कि इन्हें निरंकार के ऊपर जो पूर्ण विश्वास है, उसी के परिणाम स्वरूप इनके चेहरों पर मुस्कान की झलक मिल रही है। इससे मुझे भी अंदर से मजबूती मिल रही थी।

माता सुदीक्षा जी ने आगे कहा कि सांसारिक रूप में तो जिसके माँ-बाप नहीं रहते, उसे अनाथ कहा जाता है। परंतु यहाँ तो सद्गुरु की कृपा से हमें निरंकार रूप में पिता और साध संगत के रूप में माँ मिली हुई हैं। अतः यहाँ हम कोई भी, कभी भी नहीं कह सकते कि हम अनाथ हो गए हैं।

सद्गुरु माता सुदीक्षा जी ने कहा कि माता सविंदर हरदेव जी महाराज ने सद्गुरु रूप में हमें बहुत कुछ सिखाया और बहुत कुछ करने को बताया। अतः आज हमारा यही कर्त्तव्य बनता है कि हम उनके आदेश-उपदेश को याद करें और जो काम अधूरे रह गए हैं उन्हें मिलजुल कर पूरा करने का प्रयास करें। 

विशाल सत्संग कार्यक्रम जो 7 घण्टे से भी अधिक समय तक चला, अनेक प्रबंधक और प्रचारक महापुरूषों ने माता सविंदर हरदेव जी को भरपूर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके जीवन तथा शिक्षाओं से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि माता जी जो कहते थे वह करके भी दिखाते थे। अतः हम उनके जीवन से कदम-कदम पर प्रेरणा लेकर अपने जीवन को संवार सकते हैं और दूसरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन सकते हैं। समारोह में गुरु परिवार तथा उनके संबंधी महापुरूषों ने भी अपने-अपने भाव व्यक्त किए। कार्यक्रम के दौरान एक लघु कवि-सम्मेलन भी हुआ।   

समारोह में अनेक गणमान्य महानुभाव पधारे और माता सविंदर हरदेव जी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। इनमें सम्मिलित थे – दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री, श्री सत्येंद्र जैन, सांसद श्री मनोज तिवारी तथा हरियाणा के पूर्व मुख्य मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह हूड्डा, कांग्रेसी कदावर नेता आदि आदि !

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विवरण ; निरंकारी मिशन की गद्दीनसीन सुदीक्षा जी अपनी माता और निरंकारी सर्वेसर्वा

रहीं सविंदर कौर हरदेव जी के ब्रह्मलीन होने के पश्चात पहली एकत्रता को प्रवचन करते हुए !

लाखों की तादाद में नर नारी निरंकारी आस्थावान गमगीन होकर धर्म प्रवचन श्रवण करते हुए —

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अल्फ़ा न्यूज इंडिया का सम्पादक और पत्रकार सहित फोटो ग्राफरों कैमरामैनों सहित सुधि पाठकों और श्रोताओं व् दर्शकों की ओर से दिवंगत पुण्य व् पूज्या आत्मा माता सविंदर कौर हरदेव जी महाराज जी को कोटो कोटि अश्रुपूर्ण नमन—-हम सब का सतत प्रयास —आपके भी बताये सदमार्गों का अनुसरण करेंगे। .पुनः आस्थावत नमन। …. आरके शर्मा विक्रमा [ प्रबंधकीय सम्पादक] एम्आर के शर्मा विक्रमा [कार्यकारी सम्पादक ]

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