चंडीगढ़ 25 जुलाई आर के शर्मा विक्रमा करण शर्मा बिहार प्रांत में भयानक बाढ़ ने बर्बादी का तांडव बुरी तरह से जारी रखा हुआ है चारों और सिर्फ और सिर्फ बाढ़ का भयावह दृश्य नजर आ रहा है त्राहि-त्राहि करती जनता सरकार से बड़े स्तर पर राहत कार्यों और बचाव कार्य की ओर ताक लगाए बैठी है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि प्रांत सरकार ने बचाव कार्यों में भले ही लेटलतीफी से ही पर तेजी लानी शुरू कर दी है। और 22 बचाव दल इस वक्त पूरी तरह से जी जान से जनता को बाढ़ से निकाल कर सुरक्षित स्थानों की ओर ले जाने में जुटे हुए हैं। राहत सामग्री के अपर्याप्त इंतजामों के चलते जनता में खूब रोष और क्षोभ व्याप्त है। एक पुष्ट अनुमान के मुताबिक तकरीबन 10 लाख से ज्यादा लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो चुका है।।
पीटीआई के हवाले से मिली खबर मुताबिक तकरीबन एक लाख लोगों को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों से सुरक्षित निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। और इस बाढ़ में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 18 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।। हालांकि सच्चाई में यह संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है।।।
बिहार प्रांत आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी मुताबिक 10 लाख से ज्यादा लोग बुरी तरह से प्रभावित हैं और डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 100000 लोगों को पूरी तरह से सुरक्षित क्षेत्रों में शरण दी गई है बचाव और राहत सामग्री के कार्यों में और तेजी लाई जा रही है मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है बाढ़ से निपटने के लिए तकरीबन 22 टीम में बचाव कार्य में जुटी हैं।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की सांझी तौर पर तकरीबन दो दर्जन टीमें बचाव कार्यों में एक दूसरे से तालमेल बनाए हुए लोगों को बचाने की कमान संभाले हुए हैं प्रभावित लोगों के मुताबिक राहत और बचाव कार्य ऊंट के मुंह में जीरा हैं।।