सीएम पर हमला दिल्ली पुलिस व्यवस्था के मुंह पर कालिख
नईदिल्ली /चंडीगढ़ ; 10 दिसम्बर ; आरके विक्रमा शर्मा ;— देश की राजधानी दिल्ली हर पहलू से कइँती महफूज है देश की जनता ही नहीं विदेशी भी बखूबी जानते हैं ! यहाँ कब कौन महिला निर्भया बन जाएगी कब कौन सी माँ की गोद सुनी हो जाएगी कब कौन सुहागिन सुहाग चूड़ियां तोड़ने को यकलख्त बेबस होगी खुदा भी इस खबर से बेखबर है ! गत माह नईदिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर हुए हमले ने दिल्ली पुलिस की सक्रियता की खोखली पोल खोल कर पुलिस को राजस्व पर सफ़ेद हाथी साबित कर डाला ! केजरीवाल किसी कोर्ट में अपने अंगरक्षकों सहित हाजिर हुए तो अनिल शर्मा नामक युवा ने उनपर मिर्ची पाउडर डिब्बे से उड़ेला ! यहीं बस नहीं हुई युवक ने खूब धक्कामुक्की भी जिसके चलते अरविन्द केजरीवाल का आँखों का चश्मा भी चकनाचूर हुआ ! खूब जोरआजमाइश के बाद युवक को पकड़ने में कामयाब हुई ! केजरीवाल दिल्ली कोर्ट में आये हुए थे ! हमला तब हुआ जब वह चैंबर में मीटिंग के लिए जा रहे थे ! पकड़े गए अनिल शर्मा को तत्काल पुलिस समीपवर्ती आईपी एक्सटेंशन पुलिस स्टेशन में ले गई ! आम आदमी पार्टी के मुताबिक जब नईदिल्ली पुलिस अपने मुख्यमंत्री को ही सुरक्षित नहीं रख सकती तो फिर आम आदमी की तो औकात ही क्या रह जाती है ! उक्त हमले ने दिल्ली पुलिस की मुस्तैदी पूरी तरह स्पष्ट दिखा दी कि दिल्ली में माल को तो मारो गोली आम रियाया की जान पूरी तरह से असुरक्षित है ! खास करके नईदिल्ली घूमने आने वाले देशी विदेशी पर्यटक बिलकुल असुरक्षित हैं ! क्या दिल्ली पुलिस की घोर लापरवाही का कानून ने कोई संज्ञान लिया है या केंद्र में काबिज सरकार ने कोई कानूनी कार्यवाही को अंजाम दिया है ! इस बिंदु पर हर ओर खमोशी सब कुछ बड़ी सहजता से ब्यान कर रही है ! यही कि नारे और लारे राजनीति के असल मानदंड और मापदंड हैं !
जाँच का मुद्दा तो ये है कि स्थानीय पुलिस ने क्या रोल अदा किया कि किस पार्टी के किसनेता ने ये घृणित कार्य को अंजाम दिलवाया! क्योंकि सब जानते हैं कि राजनीति में सब जायज है कुछ भी असम्भव नहीं है ! जब केंद्र में काबिज सरकार अपने देश की राजधानी के मुख्यमंत्री तक को ही सुरक्षा ने पाई तो बाकियों की तो जान की सुरक्षा की तो बात ही छोडो! सत्तासुख भोग रही सरकार ने आम जन को पूर्व सरकार के धक्केशाही गुंडागर्दी से निजात दिलाने केनाम पर सत्ता हासिल की थी लेकिन शर्म की बात है कि दिल्ली के सीएम को ही महफूज रखने में सरकार नाकाम और नालायक साबित हुई!