चंडीगढ़ ; 13 दिसम्बर ; आरके शर्मा विक्रम ; — भारतभूमि को देवी देवताओं की धरा होने का सौभाग्य प्राप्त है ! यहाँ कण कण में भगवान का वास है सो कण कण पूजनीय है ! मस्तक का मान है मन का मर्म है ! इन सब से ऊपर हिन्दू धरकवासियों के लिए भगवान शिव भगवान श्री कृष्ण जी और भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम सर्वोच्च सत्तासीन स्तुत्य हैं ! अयोध्य में भगवान श्रीराम जी की जन्मस्थली भारत भूमि का ओजस्वी भाल लालिमा है ! भगवान श्रीराम का श्रीराममंदिर दर्जनों दशकों से हिन्दू स्थान में ही नहीं बन पाया है ! ये समूची उस मानव-समाज के लिए शर्म का विषय है जो किसी न किसी धर्म में रत हैं ! भारत में स्वतंत्रता के बाद से अभी तक देश की बागडोर हिन्दू समाज बेशक वो चाहे हिन्दू या सिख या फिर मुसलमान राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रहा, के हाथों में रहने के बावजूद भी भगवान श्रीराममंदिर न बनना डूब मरने तुल्य है ! उक्त मंदिर निर्माण अतिशीघ्र अविलम्ब करवाने के लिए हुंकार भरने की बेबसी आन पड़ी है ! ये हुंकार चंडीगढ़ वेल एजुकेटड सिटी से भरी जाएगी ! कब कहाँ क्यों कौन कौन हुंकार भरेगा की विस्तृत जानकारी मीडिया से रूबरू होकर सांझी करने की मंशा से स्थानीय चंडीगढ़ प्रेस क्लब में शुक्रवार बाद दोपहर 12 बजे विश्व हिन्दू परिषद की इकाई बताएगी ! श्रीराम जन्मभूमि न्यास विश्व हिन्दू परिषद और समृद्ध संत समाज हुंकार भरने की रणनीतिगत घोषणा करेगा ! मीडिया सहित समाज के बुद्धिजीवी धर्म के पिपासु भी उपस्थित रहेंगे ! ये जानकारी प्रेस विञप्ति द्वारा प्रेषित करते हुए सतीश कुमार राणा ने बताया कि भारतीय होकर भारत में भारत शिरोधार्य भगवान श्रीराम की जन्मस्थली की स्मृति स्वरूप मंदिर तक नदारद है ये हिन्दुधरा पर रहने की नाकाबलियत नहीं तो और क्या है !!