मोहाली:- 31 मई:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क:– सुरजीत सिंह मान को डॉक्टरों की गुहार पर कोरोनावायरस के कहर से बचाने की पहल करना उल्टा पड़ गया। सुरजीत सिंह मान समाज सेवक के नाते डॉक्टरों की मदद के लिए आगे बढ़ा, तो ना जाने क्यों खुद ही मदद मांगने वाले डॉक्टरों ने पुलिस को गुमराह करके मददगार पर ही केस दर्ज करवाने की धमकी देकर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर दिया। सुरजीत सिंह मान की व्यथा सुनें, तो डॉक्टरों ने फोन कर सुरजीत सिंह मान से कोरोनावायरस के कहर से बचाने की गुहार लगाई है। फिर बाद में खुद अपने ही जाल में ना फंस जाए सो जिला मोहाली के डीएसपी के द्वारा सुरजीत सिंह मान को डराया धमकाया जाने लगा। और डॉक्टरों की बातों से बिल्कुल दूर हट जाने को भी सचेत किया। जिला मोहाली के अस्पताल के एसएमओ दो विनोद ने फोन पर ही सुरजीत सिंह मान को बुरी तरह से भयभीत किया।
सुरजीत सिंह मान की सुनें तो मोहाली के डीएसपी ने फोन पर उसे बुरी तरह धमकाया और अगले दिन ऑफिस भी बुलाया। बकौल मान बिना किसी शिकायत और बजह के उस पर पर्चा दर्ज करने की भी धमकी दी। हैरत जताई कि खुद अस्पताल के डॉक्टर ने फोन करके उस से मदद मांगी कि कोरोना के मरीजों के साथ वाले कमरे में डॉक्टरों को मजबूर रहना पड़ रहा है। और पूरा स्टाफ इस सबके चलते पूरी तरह से खौफजदा है।।
काबिले गौर तो यह है कि जहां देश और पंजाब खुद जानलेवा महामारी कोविड-19 से जूझ रहा था एक-एक मरीज को बचाने के लिए डॉक्टर रात दिन सांस रोककर अथक प्रयासों में लगे हुए थे। वहीं, मोहाली जिला अस्पताल की एसएमओ बकौल समाज सेवक सुरजीत सिंह मान को झूठे मामलों में फंसाने के षड्यंत्र रच रही थी। और उनके इस अनैतिक और गैरकानूनी काम में कथित तौर पर डीएसपी मोहाली बराबर के शरीक थे। दहशत से ग्रस्त सुरजीत सिंह मान अभी भी इस घिनौने षड्यंत्र के बारे कुछ सोच कर दहल जाता है।। जो कोई भी घटना और साजिश से अवगत हो रहा है वही, पुलिस के डीएसपी और अस्पताल की एसएमओ के बारे में कड़वाहट लिए शब्दों से निंदा ही कर रहा है।
- सुरजीत मान ने बताया कि जब डॉक्टरों ने फोन करके मेरे से मदद मांगी, तो मैं अपनी बीमारी तक को दरकिनार करके कोरोना से दुनिया को बचाने वाले महारथियों के लिए कुछ कर गुजरने को तत्पर हो गया था। लेकिन ऐसे में एसएमओ वन और एसएमओ दो और कथित डीएसपी जो खुद कानून के रक्षक हैं सभी मान को झूठे केस में फंसाने के षड्यंत्र रचने में मशगूल हो गए। खौफजदा मान अपने साथ हो रही इस साजिश से बुरी तरह से अंदर से टूटे हैं। और उन्होंने ठान लिया है कि बुरे आदमी की बुराई को हमेशा खत्म कर देना चाहिए। ताकि वह किसी दूसरे का भविष्य और आज का अमन-चैन गर्क ना कर सके। मान ने यह भी हैरत जताई कि जिस मीडिया प्रेस वालों के लिए वह हर कदम साथ चलता था आज वही मीडिया उसे आंखें दिखा रहा है। लेकिन एसएमओ और कानून को ठेंगे पर रखते डीएसपी को पूरी तरह सबक सिखा कर रहेंगे। मान ने अपने साथ हुई ज्यादती और अपमान का बदला लेने के लिए लिखती रूप से शिकायत पी एम ओ व इस शिकायत की कॉपी: –
प्रधान मंत्री भारत सरकार
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री
पंजाब की गवर्नर सरकार
प्रमुख सचिव राज्यपाल पंजाब सरकार
मीडिया सचिव राज्यपाल
पंजाब सरकार के प्रधान सचिव
निदेशक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पंजाब सरकार
निदेशक राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन पंजाब सरकार
मुख्यमंत्री, पंजाब सरकार,
पंजाब के मुख्य सचिव सरकार, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री को भी शिकायत भेज दी है । और अगर इंसाफ न मिला तो बकौल मान डीएसपी और एसएमओ की उपस्थिति में ही अपनी जीवन लीला समाप्त कर देगा ।।। दीगर जिगर बात तो यह है कि डीएसपी और डाक्टरों से जनरल अस्पताल में ऐसा हुआ कि एसएमओ वन और टू समाज सेवक सुरजीत सिंह मान से इतना किन वजह से घबरा रहे हैं।अपने आप में ही यह सवाल कहीं अनेकों अव्यवस्थाओं व अनियमितताओं की जांच करवाने की ओर इशारा तो नहीं कर रहे हैं।।।