चंडीगढ़: 1 जून: करण शर्मा/ एनके धीमान:- चंडीगढ़ के सरकारी क्वार्टरों के खस्ताहाल की मरम्मत के लिए सोशल वेलफेयर और मोहल्ला सुधार वेलफेयर संगठन अक्सर चीखते चिल्लाते रहते हैं। पर प्रशासन पर इसका कितना असर होता है यह भी सब जानते हैं। प्रशासन की और संबंधित विभाग की कथित लापरवाही और उदासीनता के चलते अक्सर जानलेवा साबित होने वाले हादसे होना आम बात है। इस मर्तबा सेक्टर 22डी के मकान नंबर 3975 में पहली मंजिल का पिछले आंगन की ओर का छज्जा टूट कर गिरने से बाकिस्मत परिवार के सभी सदस्य बाल-बाल बचे। छज्जा आंगन में बने फाइबर शीट की चद्दर को बेंध गया। और नीचे लगे वाश वेसन को चकनाचूर कर गया। गनीमत तो यह रही कि गृहणी और उनके दोनों बच्चे उस वक्त वाशिंग मशीन में कपड़े धो रहे थे। और वाशवेसन से महज 2 फुट की दूरी पर ही खड़े थे। अगर यह सीमेंट का वजनदार बड़ा सा टुकड़ा परिवार के किसी सदस्य के सर पर गिरता कोई भी दिल दहला देने वाला हादसा हो सकता था। मकान के छज्जे बुरी तरह से जर्जर हैं। और भविष्य में भी कभी भी गिर कर प्राण लेवा हादसे का सबब बन सकते हैं। इस संबंध में गृहणी मोनिका ने बताया कि शाम के 7:00 बजे के करीब वह कपड़े धो रही थीं। और उनके दोनों बच्चे अदिति व रक्षत वाशिंग मशीन के पास उनकी मदद कर रहे थे कि अचानक दिल दहला देने वाली जोरदार आवाज के साथ सीमेंट का 25-30 किलो का वजनदार टुकड़ा वासवेशन पर गिरा और वास वेशन पूरी तरह डैमेज हो गया लाख शुक्र है की घर के तीनों सदस्य वास वेशन से महज डेढ़ 2 फुट की दूरी पर ही खड़े थे हादसे के वक्त सीमेंट का बड़ा सा टुकड़ा गिरने की इतनी जोरदार आवाज थी कि साथ लगते मून लाइट पार्क में सैर करने वाले लोग भी बुरी तरह से घबरा गए। सरकारी क्वार्टरों में रहने वाले कई लोगों ने बताया कि यह मकान जब से बने हैं तब से इनकी मुकम्मल और इमानदारी से मरम्मत नहीं करवाई गई है इसी तरह का एक हादसा कुछ साल पहले सेक्टर 33 14 में जिला मकानों में सीमेंट का बड़ा सा छज्जा गिरने से परिवार जनों की जान बचने वाला हुआ था सेक्टर 22d में ही पुराने आम के पेड़ का बड़ा टहना शाखा पुष्कर टूटकर मकान को डैमेज कर गई थी और वहां भी परिवार के लोग हल्के से ही जख्मी हुए थे पर जान बच गई थी अनेकों मकानों के ऊपरी मंजिलों के शिष्य शीशे अपने आप गिरने से कई बार कई लोगों के जख्मी होने के समाचार भी मिलते रहे हैं इस बारे में जब इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के रिलेटेड ऑफिसर से उनके मोबाइल फोन पर संपर्क करना चाहा तो नोट लीचेबल रीच जवाब ही मिलता रहा बताते चलें कि इसी मकान की पिछले आंगन की दीवार जो कई सालों से टेडी चल रही थी टीटी हो चुकी थी उसको गिरने के बाद पूरी तरह से नई कंस्ट्रक्शन की गई है उस वक्त भी परिवार कई महीने दहशत के साए में गुजारता रहा।। मेंटेनेंस विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ने बताया कि जैसे ही लॉक डॉउन खुला, मकान के अलॉटी की शिकायत पर तुरंत ही दीवार का निर्माण कर दिया गया। और अब भी शिकायत की जानकारी मिलने के बाद तुरंत डैमेज वाश वेशन बदल दिया जाएगा। और छज्जों की रिपेयर के लिए उच्च अधिकारी के संज्ञान में मामला लाया जाएगा।।।।