चंडीगढ़ : 24 जून :आरके शर्मा विक्रमा :–जून व जुलाई माह आग बरसाने में माहिर और बेदर्द भी कहे जाते हैं। सामाजिक भाईचारा प्यासों की प्यास बुझाने के लिए पियाउ लगाते हैं। लम्बी दूरी के रास्तों पर तपती दोपहरों में मानवता प्रेमी धर्म जातियों व समुदायों व सम्प्रदायों से ऊपर उठ कर धूप व लू से सूखते गलों को तर करने हेतु ठंडे शीतल जल की छबीले लगाते हैं। उक्त मानवीय सेवा के क्रम में सेक्टर 17 स्थित इलाहाबाद बैंक के अफसरों व कर्मचारियों ने मिलजुल कर मीठे और शीतल जल की छबील लगाई। छबील में राहगीरों ने भी रुक कर मीठा जल पिया हलवे काले चने का प्रसाद लिया। और फिर दूसरे प्यासे राहगीरों की सेवा साधना में जुटते गये। यह क्रम लगातार बढ़ता ही गया। सैकड़ों प्यासे लोगों ने गर्म हलवे व काले चने का भंडारा जी भर कर छका। प्यास से निढाल होते धूप से प्रभावित हुए लोगों ने ठंडा ठंडा जल पीकर बड़ी प्यास को शांत कर अपने-अपने गंतव्य सम्मत बढ़ते गये।। उक्त बड़े पैमाने पर आयोजित छबील और हलवा व काले चने के भंडारे में जरूरत मुताबिक प्यास व भूख शांत की।।।। आयोजक इलाहाबाद बैंक के जोनल हेड राकेश सहगल ने प्यासे राहगीरों को जल व प्रसादा छकाया फिर खुद भी जल पिया और काले चने सहित हलवा भी ग्रहण किया।। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद बैंक सामाजिक जिम्मेदारी व जवाबदेहियों के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।।।