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चंडीगढ़ 26 अक्टूबर 25 आर विक्रमा शर्मा अनिल शारदा हरीश शर्मा अश्वनी शर्मा प्रस्तुति –महाराष्ट्र के सतारा जिले में एक सरकारी अस्पताल में कार्यरत महिला चिकित्सक ने कथित तौर पर फां?सी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि महिला चिकित्सक ने अपनी हथेली पर एक ‘सु₹साइड नोट’ छोड़ा है, जिसमें उसने एक पुलिसकर्मी पर बला८त्कार और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना का संज्ञान लेते हुए सतारा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) तुषार दोशी से फोन पर बात की और ‘सु₹ साइड नोट’ में जिस पुलिस उपनिरीक्षक का जिक्र किया गया है, उसे तत्काल बर्खास्त करने का आदेश दिया।एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बीड जिले से ताल्लुक रखने वाली 28 साल की महिला चिकित्सक फलटण तहसील के एक सरकारी अस्पताल में काम करती थीं। उन्होंने बताया कि महिला चिकित्सक का श८व बृहस्पतिवार देर रात फलटण में एक होटल के कमरे में फां@सी के फं*दे से लटकता हुआ मिला। पुलिस के अनुसार, महिला चिकित्सक ने अपनी हथेली पर लिखे ‘सुसाइड नोट’ में आरोप लगाया है कि पिछले पांच महीनों में सतारा के एक पुलिस उपनिरीक्षक ने उसके साथ कई बार बलात्८कार किया, जबकि एक अन्य व्यक्ति उसे मान₹₹सिक रूप से प्रताड़ित कर रहामहिला चिकित्सक के एक रिश्तेदार ने दावा किया कि उस पर एक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के तथ्यों को बदलने और कुछ मामलों में गिरफ्तार आरोपियों की मेडिकल जांच रिपोर्ट में संशोधन करने का दबाव बनाया जा रहा था। महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरे ने महिला चिकित्सक की आ८त्महत्@या को एक गंभीर मामला बताया। उन्होंने कहा, “मैंने मुख्यमंत्री फडणवीस को पत्र लिखकर इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।” गोरे ने कहा, “सतारा जिले से ताल्लुक रखने वाले पर्यावरण मंत्री शंभूराज देसाई ने भरोसा दिलाया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।” स्वास्थ्य राज्य मंत्री मेघना बोर्डिकर ने कहा कि उन्होंने सतारा के सिविल सर्जन से बात की, जिन्होंने उन्हें बताया कि महिला चिकित्सक ने कभी किसी तरह के उत्₹₹पीड़न की शिकायत नहीं की।वहीं, कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रवक्ता सचिन सावंत ने महिला चिकित्सक की ‘आत्८महत्@या’ को एक गंभीर मामला बताते हुए कहा कि यह घटना राज्य में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को उजागर करती है। उन्होंने आरोप लगाया, “मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही है।” राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रुपाली चाकणकर ने कहा, “हमने मामले का संज्ञान लिया है और सतारा पुलिस को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया ।lll


