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चंडीगढ़ शिमला 03 अक्टूबर 20 25 आरके विक्रमा शर्मा अनिल शारदा हरीश शर्मा अश्वनी शर्मा —- भारतवर्ष देवी देवताओं की टप्पू और विश्राम वह अवतार स्थल है उत्तरी भारत में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश बतौर देवभूमि से जाना पहचाना जाता है। हिमाचली प्रदेश की अपनी पौराणिक और ऐतिहासिक धार्मिक पृष्ठभूमि है। हिमाचली लोगों को सबसे भोले भाले सादगी पसंद लोगों के नाते जाना जाता है यहां के लोग बहुत मेहनती ईमानदार और भगवान पर विश्वास रखने वाले होते हैं। ऊपरी हिमाचल प्रदेश के लोग भेड़ बकरियां आदि पालते हैं यही उनकी जीविका का मुख्य साधन है। बहादुर हिमाचली लोगों में चुनौतियों का सामना करना सामान्य सी बात है। हिमाचली गद्दी जाति समाज का जीवन बहुत ही चुनौतीपूर्ण और साहसिक वजूद लिए रहता है। ऊपरी हिमाचल के लोग ज्यादातर अपने स्थानीय देवताओं की पूजा करते हैं। यहां सबसे बड़े देवता बिजली महादेव है। मां दुर्गा के अनेक सिद्ध शक्ति पीठ स्थापित हैं। बाबा बालक नाथ जी, बालक रूपी जी बाबा मच्छेंद्र नाथ जी, बाबा गोरखनाथ जी और भगवानशिव का बैजनाथ ज्योतिर्लिंग दर्शनीय हैं। हिमाचली परिधान गीत संगीत नाटी आदि अंतर्राष्ट्रीय पटेल पर अपनी पहचान रखती हैं।।


