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चंडीगढ़ मंडी 09.07.2025 आरके विक्रमा शर्मा हरीश शर्मा अश्वनी शर्मा प्रस्तुति — हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से प्राकृतिक आपदा जान माल की भारी तबाही के लिए पैर पसारने से रुक नहीं रही है।। खबरों के मुताबिक महज 24 घंटे में ही 17 बार बादल फटे। दर्जनों लोग बह गए। करोड़ों रुपए की खेत खल्याण पशुधन घर आदि की बर्बादी हुई। बड़ी संख्या में लोग जख्मी हुए पड़े हैं। खाने-पीने की दवाई बिस्तर तिरपाल टेंट गर्म कम्बल आदि बुनियादी तौर पर अत्यधिक मात्रा में जरुरत है।। थुनाग से पांच किलोमीटर दूर पैदल ही पहाड़ी पर स्थित उस गांव देजी पखरेर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर।। जहां 30 जून की रात बाढ़ आने से 11 लोग बहकर लापता हुए थे। हैरानी और शरम की बात है कि 9 दिन बाद भी देवभूमि हिमाचल प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री महोदय थुनाग नहीं पहुंच पा रहे। लगता उनको अब सड़क मार्ग से बहुत खतरा हो गया है। और बिना हेलीकॉप्टर उनका कोई दौरा बनता ही नहीं है। यह समाचार अल्फा न्यूज़ इंडिया को हिमाचली एकता मंच के संस्थापक और सक्रिय युवा समाज सेवक संजीव मेहता ने उपलब्ध करवाई है।।


