
चंडीगढ़ कुरुक्षेत्र 26 फरवरी 2025 आरके विक्रमा शर्मा अनिल शारदा हरीश शर्मा रक्षत शर्मा —धारा सहित आकाश और पाताल लोक में भी आदि अनादि भगवान शिव और मां पार्वती जी के प्रणय बंधन बेला के उपलक्ष में महाशिवरात्रि महापर्व विविध प्रकार की पूजा अर्चना से संपन्न किया जा रहा है। कुरुक्षेत्र स्थित श्री गीता धाम से पंडित रामकृष्ण शर्मा जी ने अल्फा न्यूज़ इंडिया को बताया कि भगवान शिव की वैसे तो आठ पहर पूजा होती है। चार पहर दिन और चार पहर रात में यह पूजा संपन्न होती है। मजेदार बात यह है कि भारतवर्ष में ही भगवान शिव की नाना प्रकार से पूजा सम्पन्न होती है। भगवान शिव सबसे नरम दिल प्रभु माने जाते हैं। जो थोड़ी सी ही पूजा पद्धति भावना निष्ठा लगन से प्रसन्न हो जाते हैं। और मनवांछित फल देते हैं। कुरुक्षेत्र स्थित श्री गीता धाम में आज आठ पैर की पूजा अर्चना संपन्न हो रही है। आज महाशिवरात्रि की रात्रि चार पहर की पूजा प्रारंभ हो रही है। अंतिम पहर की पूजा सवेरे 4:00 के आसपास प्रारंभ होगी। रात्रि चार पहर की पूजा में श्री गीता धाम की धाम संचालिका व परम पूज्य संत ब्रह्मलीन पूज्यपाद 1008 श्री गीतानंद भिक्षु महाराज जी की अनन्य शिष्या संत माता सुदर्शन जी भिक्षु महाराज और अन्नक्षेत्र की कुशल प्रबंधिका दीदी कुसुम जी भी विशेष रुप से सम्मिलित होकर उपस्थित रहेंगी।