चंडीगढ़ 09 अक्टूबर:- आर विक्रमा शर्मा हरीश शर्मा अश्विनी शर्मा बीरबल शर्मा अनिल शारदा प्रस्तुति–वेस्ट बंगाल में कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ ज़ुल्म सितम की इन्तहा रेप-मर्डर केस को लेकर आज देशभर में डॉक्टर्स भूख हड़ताल की। डाक्टरों की एसोसिएशन ने पहले से ही बुधवार को देशव्यापी भूख हड़ताल की घोषणा की थी। इस हड़लात से स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हुईं और अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों को परेशानियों का आज सामना करना पडा।
50 सीनियर डॉक्टरों ने पद से दिया त्यागपत्र…. कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के करीब 50 सीनियर डॉक्टरों ने पद से इस्तीफा दे दिया है। इन डॉक्टरों ने यह कदम जूनियर डॉक्टरों के साथ एकजुटता जताने के लिए उठाया है। कोलकाता में जूनियर डॉक्टर 5 अक्टूबर की शाम से आमरण अनशन पर बैठे हैं। वे हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम को हटाने समेत 9 मांगों पर अड़े हैं।
वहीं, दूसरी तरफ बंगाल सरकार ने कहा है कि सरकार अपने सभी वादे पूरी कर रही है। ममता सरकार ने डॉक्टरों से अनशन खत्म करने की अपील की है। बता दें कि डॉक्टरों ने पहले 5 मांगे रखी थीं, इनमें सरकार ने 3 पूरे किए. जूनियर डॉक्टरों ने रेप-मर्डर घटना के खिलाफ 10 अगस्त से 21 सितंबर तक हड़ताल की थी। साथ ही CM ममता ने दो अन्य मांगों और शर्तों पर विचार करने का आश्वासन दिया था।
3 डॉक्टरों और 3 नर्सों की पिटाई से नाराज हुए डॉक्टर……इसके बाद डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी थी और अस्पतालों में काम पर लौट गए थे। लेकिन 27 सितंबर को सागोर दत्ता हॉस्पिटल में 3 डॉक्टरों और 3 नर्सों से पिटाई का मामला सामने आया. जिससे नाराज होकर डॉक्टरों ने 01 अक्टूबर को फिर से हड़ताल शुरू कर दी।
24 घंटे का दिया था अल्टीमेटम,.,.,.04 अक्टूबर को जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ले ली, लेकिन धरना जारी रखा। उन्होंने कहा कि हम काम पर लौट रहे हैं. क्योंकि सरकारी अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज परेशान हो रहे हैं। हालांकि उन्होंने राज्य सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। इसके बाद उन्होंने अनशन शुरू किया है। अल्फा न्यूज इंडिया और मीडिया जंक्शन सहित AIMA ऑर्गेनाइजेशन भी डाक्टर्स की बुनियादी उचित मांगों का भरपूर समर्थन करते हैं.