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कुरुक्षेत्र 6 अक्टूबर मैदानी इलाकों में आलू की मुख्य फसल लेने का सबसे सर्वोतम महीना अक्टूबर को माना जाता है। इस बारे में प्रख्यात वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक एवं आलू विशेषज्ञ डा. सीबी सिंह ने बताया कि केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान शिमला ने इन दिनों मैदानी भागों में लगाई जाने वाली मुख्य किस्मों कुफरी सतलज, कुफरी जवाहर, कुफरी बादशाह, कुफरी ख्याति, कुफरी सदाबहार, कुफरी बहार, कुफरी अशोका, कुफरी सूर्या, कुफरी हिम सोना, कुफरी पुष्कर, तथा चिप्सोना 1, 2, 3, 4 लगाने की सिफारिश की गई है।
उन्होंने बताया कि आलू की अचछी पैदावर के लिए बीज (आलूकंद) को बिजाई से पूर्व तीन प्रतिशत बोरिक एसिड घोल में 30 मिनट तक डुबोकर उपचारित करने के बाद खेत में लगाए। इस समय आलू लगाने का सबसे उपयुक्त सीजन है, लेकिन अभी भी 60 से 70 प्रतिशत आलू भरा पड़ा है। ऐसा लगता है कि लोगों का आलू लगाने के प्रति रुझान कम है या आलू के भाव के बढऩे की उम्मीद में रुका पड़ा है। जबकि पहाड़ों में आलू की आवक शुरु हो गई है। उन्होंने बताया कि वे 11 अक्टूबर को ऑल इण्डिया रेडियों कुरुक्षेत्र के किसान वाणी प्रोग्राम में किसानों से सीधी बात करके आलू उत्पादन के बारे में नवीनतम जानकारी प्रदान करेंगे।


