चंडीगढ़ 23 सितंबर आर “विक्रमा” शर्मा अनिल शारदा हरीश शर्मा ——सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ के शौकीन वाहन चालकों में अपने वाहनों के लिए फैंसी उम्दा नंबरों को खरीदने का शौक सिर चढ़कर बोलता है। कम कीमत के बहनों के लिए भी बड़ी बोली लगाकर फैंसी नंबर खरीदने का खुमार लंबे समय से चला आ रहा है। जिसके चलते चंडीगढ़ प्रशासन का आरएलए विभाग बड़ी तादाद में राजस्व और ख्याति दोनों हाथों से बटोर रहा है। यूटी चंडीगढ़ के रजिस्टरिंग एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी यानी आर एल ए ने 21 सितम्बर से महंत तीन दिनों में वाहन नंबर 0001 से 9999 तक न्यु सीरीज सीएच 01-सीडब्लू के वाहन पंजीकरण नंबर (फैंसी और चॉइस) के और पिछली सीरीज के बचे हुए फैंसी/स्पेशल कुल 489 पंजीकरण नंबरों की नीलामी की। शाबाशी की बात तो यह है कि स्थानीय प्रशासन को 2,26,79,000 रुपए का अच्छा खासा राजस्व मिला। यही नहीं, पंजीकरण संख्या सीएच 01- – सीडब्लू-0001 ने सबसे ज्यादा धन राशि 16लाख 50 हजार रुपए बटोरे। वहीं पंजीकरण संख्या सीएच 01-सीडब्लू-0009 ने दूसरी सर्वाधिक धन राशि 10 लाख रुपए की बटोरी।
पंजीकरण एवं लाइसेंसिंग प्राधिकरण यूटी, चंडीगढ़ ने पिछले 3 साल में फैंसी नंबरों की आक्शन से 28 करोड़ 04 लाख 67 हजार रूपए राजस्व प्राप्त किया। यानी 3 साल में 8 साल के रिकार्ड टूटे। वहीं बीते 8 सालो में आरएलए को फैंसी नंबरो से 21 करोड़ 40 लाख 11 हजार रूपए राजस्व प्राप्त हुआ। चंडीगढ़ प्रशासन ने आरएलए को आठ साल से भी अधिक पिछ्ले 2 साल 6 महीनो में 25 करोड़ 77 लाख 88 हजार रूपए राजस्व प्राप्त किया। जो कि 3 साल में पिछ्ले 8 साल का भी रिकार्ड टूटा है।
फैंसी नंबरो की बोली से 2014 में 3 करोड़ 16 लाख 29 हजार और 2015 में 2 करोड़ 73 लाख 94 हजार तथा 2016 में 3 करोड़ 30 लाख 04 हजार और 2017 में 3 करोड़ 12 लाख 94 हजार सहित 2018 में 2 करोड़ 93 लाख 62 हजार तथा 2019 में 3 करोड़ 68 लाख 92 हजार, व मार्च 2021 में 73 लाख 16 हजार रूपए राजस्व प्राप्त किया। मजेदार बात तो यह है कि पिछले 3 में 28 करोड़ 04 लाख 67 हजार रूपए राजस्व प्राप्त किया।
आर एल ए के सचिव एचसीएस प्रद्युमन के अनुसार जून 2024 में 2.40 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। आरएलए ने जून 2024 में भी वाहन पंजीकरण नंबरों (फैंसी और पसंदीदा) नए व पुराने नम्बरो की ई-नीलामी करवाई थी। जिसमें सीएच01 सीवी 0001 नंबर 24.30 लाख में बिका है। सेक्टर-17 स्थित रजिस्टरिंग व लाइसेंसिंग अथॉरिटी (आरएलए) ने नई सीरीज सीएच01-सीवी के फैंसी नंबरों की ई-नीलामी करवाई थी। जिसमें 0001 नंबर सबसे बड़ी बोली के तहत 24.30 लाख रुपए में बिका था। इसके बाद 0009 नंबर की बोली 10.43 लाख रुपए लगी थी। इस नीलामी में आरएलए कुल 601 फैंसी नंबरों को बेचने में सफल रहा है।
अपनी दो गाड़ियों के लिए फैंसी नंबर 456 और 456 [(CH01CT0456)&(CH01CU0456)] खरीदने वाली फैमिली के हर्षित शर्मा जिरकपुरीया ने बताया कि उन्हें रजिस्ट्रेशन एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी विभाग के जोश जॉर्ज और विजय कुमार अधिकारियों ने बखूबी अक्षरत अच्छा मार्गदर्शन किया। जिससे वह ऑनलाइन अप्लाई करके अपने चिरलंबित नंबरों को प्राप्त करने में कामयाब हुए। उन्होंने रजिस्ट्रेशन एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी डिपार्मेंट की सुव्यवस्था की भी खूब प्रशंसा की।