चंडीगढ़ 22 सितंबर आरके विक्रमा शर्मा अनिल शारदा आज सिख पंथ के प्रवर्तक बाबा गुरु नानकदेव जी की पुण्यतिथि है और अंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस भी आज है। बाबानानक जी जन्म से ही वाहेगुरु का सिमरन करते थे। भगवा चोला डालकर बाबा नानक नए सामाजिक कुरीतियों को दूर किया आडंबर प्रखंड का विरोध किया अनेक प्रचलित दुष्प्रभावों को निषेध किया। यहां तक की समाज को सुधारने के लिए बाबर की जेल में भी सादगी भरा नानक बाबा ने अपना अलौकिक जीवन जि बेटी दिवस है। दुनिया भर में बेटियों की आधुनिक परिवेश में भी क्या दशा और दिशा है सर्व विदित है सोचनीय है निंदनीय है। भले ही बेटा भाग्य से मिलता है लेकिन बेटी सौभाग्यशाली को ही मिलती है।