चंडीगढ़/मोहाली: 31 अगस्त अल्फा न्यूज़ इंडिया ब्यूरो –मोहाली जिला अदालत ने 2015 में दर्ज डकैती की साजिश और अन्य आपराधिक मामलों में आरोपी काली शूटर और पांच अन्य आरोपियों को साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया है। इस बहुचर्चित मामले में रविंदर सिंह उर्फ काली शूटर, हर जीवन जोत सिंह, इंदरप्रीत सिंह, अमनदीप सिंह, चरनजीत सिंह, और जुगराज सिंह पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। मामले के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी एक सफेद स्विफ्ट कार में सवार होकर पालकी पैलेस में डकैती की साजिश रच रहे थे। सीआईए स्टाफ खरड़ को मुखबिर से यह जानकारी मिली थी कि आरोपियों ने अपनी कार की नंबर प्लेट को मिट्टी से ढक रखी था। और उनके पास मौके पर ही भारी मात्रा में अवैध हथियार और गोला-बारूद मौजूद था। उक्त छापेमारी के दौरान, अमनदीप सिंह, चरनजीत सिंह और जुगराज सिंह को पुलिस ने मौके पर गिरफ्तार कर लिया। जबकि काली शूटर और इंदरप्रीत सिंह फरार हो गए थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से विभिन्न प्रकार के अवैध हथियार और कारतूस भारी मात्रा में भी बरामद किए थे।
यानी कि पुलिस और कोर्ट की सरकारी टाइम की बरबादी का कानूनी और नैतिक जिम्मेदारी व जवाबदेही किस की है जो पुलिस ने अरेस्ट किया भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद हुए और इस घटना में उसे की जा रही कर बरामद की गई तो फिर साक्ष्यों की कमी कहां से हो गई !?! बकौल पब्लिक यह खूब हास्यास्पद है।