चंडीगढ़ 02 जुलाई आरके विक्रमा शर्मा हरीश शर्मा प्रस्तुति—- ब्रह्मलीन मुनि गौरवानंद गिरीजी महाराज की 37वीं पुण्य बरसी समारोह का त्रिदिवसीय शुभारम्भ चंडीगढ़ । श्री महावीर मंदिर मुनि सभा रजि० साधु आश्रम सेक्टर २३डी चंडीगढ़ में ब्रह्मलीन श्री सद्गुरू श्रीश्री १०८ मुनि गौरवानंद गिरी जी महाराज की ३७वीं पुण्य बरसी समारोह के उपलक्ष्य पर आज मंगलवार, २ जुलाई से ४ जुलाई आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की चौदस तक आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में कथावाचक अतुल शास्त्री पठानकोट / वृंदावन एवं अन्य महापुरुषों द्वारा आमंत्रित किए गया। इस अवसर पर पंडित दीपराम शर्मा ने समारोह की जानकारी देते हुए बताया कि श्री गुरू महाराज मुनि गौरवानंद गिरी जी आज की तिथि पर ब्रह्मलीन हुए थे, उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर ३७वीं पुण्य बरसी समारोह बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। देश विदेश से असंख्य में शिष्य इस समारोह में भाग ले रहे हैं। देश के कोने कोने से असंख्य में साधु, संत व महात्मा को आमंत्रित किया गया है। उनकी बरसी के दिन गुरूवार को पूजा वंदना कर भोजन करवाकर दक्षिणा सहित विदा किया जाएगा। अंततः संत व महात्माओं के पवित्र वाणी से समापन के पश्चात अमृतमय भंडारे का विशाल आयोजन किया जाएगा।इस अवसर पर बरसी समारोह के प्रथम दिवस पर कथावाचक अतुल शास्त्री ने गुरू की महिमा पर प्रकाश डालते हुए व्याख्यान किया। उन्होंने आज के संदर्भ पर संत, महात्माओं एवं परमात्मा की लीलाओं के माध्यम से बहुत ही सटीक एवं सरल वाणी से समझाया । सबके सिद्धांत का सम्मान करें लेकिन अनुसरण एवं पालन अपने गुरू का करें । गुरू व परमात्मा के स्थान का महत्व व मर्यादा पर बताते हुए कहा कि परम कृपा तभी होती है, जब आप नि:स्वार्थ से व भावपूर्ण स्वयं को समर्पित करते हैं तभी जीवन सफल होकर मोक्ष को पाता है।