बठिंडा 13/5/24- अल्फा न्यूज़ इंडिया प्रस्तुति:—जिला प्रशासन द्वारा हररायपुर गांव में बनाई गई सरकारी गौशाला में भूख प्यास से तड़प तड़प कर मर रहे गौवंश के विवाद के चलते बठिंडा शहर की सामाजिक धार्मिक संस्थाओं व शहर वासियों की ओर से शनिवार को शहर में धरना प्रदर्शन कर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गोवंश के संभाल के लिए मुख्यमंत्री के नाम मांग पत्र लिखकर सरकार से दोषी प्रशासन व गौशाला का संचालन करने वाले लोगों पर कानूनी कार्यवाही की मांग की । व तुरंत प्रभाव से ठेका रद्द करने की मांग के साथ गौशाला के सुधार की मांग हेतु कुछ मुख्य मांगे रखी गई थी। जिसके चलते प्रशासन व सरकार को समय देते हुए बुधवार को दोबारा प्रदर्शन की चेतावनी दी गई थी। लेकिन इसी बीच गौशाला का प्रबंधन संभाल रहे लोगों द्वारा गुंडागर्दी दिखाते हुए सोमवार सुबह सेवा करने गए गौसेवको को गेट खोलने से ही मना कर दिया और डर दिखाने की कोशिश की गई। जिससे निराश होकर गौ भक्तों द्वारा नहियाँवाला पुलिस को सूचित किया गया पर एक्शन ना होने के कारण मजबूरी वश हररायपुर गौशाला सुधार समिति से जुड़े लोगों व शहरवासियों द्वारा तीनकोनी चौक पर गोसवेकों ने रास्ता रोक कर धरना दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई और दोषियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई। इस प्रदर्शन में राजनीतिक दलों के पदाधिकारी भी पहुंचे जिन्होंने मौके पर डिप्टी कमिश्नर से फोन पर बात कर गोवंश के सुधार करने व भूख प्यास से मर रहे गोवंश को बचाने के लिए तालमेल कमेटी बनाने का सुझाव दिया। जिस पर जिला प्रशासन द्वारा सहमति बनाते हुए पांच समाजसेवी संस्थाओं के नाम व पांच जिला अधिकारियों की सामाजिक कमेटी बनाने पर सहमति बनाई जो की गौशाला के बेहतर रख रखाव के लिए कार्य करेगी। और गौवंश के लिए उचित हरा चारा ,पानी ,साफ सफाई, व जख्मी गौवंश का सही इलाज की देखभाल करेंगे;:::: प्रसाशन ने बना दी तालमेल कमेटी व उक्त ठेकेदार को निकाला नोटिस. संस्थाओ के सँघर्ष की बड़ी जीत कहीं जा रही है।