पंचकूला:- 10 नवंबर:- आरके विक्रमा शर्मा /कर्ण शर्म हरीश शर्मा राजेश पठानिया:–-आज के आडंबर वादी स्वार्थपरक भौतिक संसार में जहां इंसान मौकापरस्त, परनिंदा और स्वयं को सिद्ध करने में ही लगा रहता है वहां ईश्वरीय शक्तियां कभी भी विद्यमान नहीं रहती हैं। आज का इंसान अपने घर परिवार, अड़ोस पड़ोस के किसी दुखिया का हालचाल कुशल क्षेम पूछने की बजाए उससे कन्नी काटकर निकलना बेहतर और समझदारी समझता है। फिर भला आज के धन लोलुपता संसार में जब इंसानों की ही कदर नहीं होती है तो ऐसे में अगर एक कुत्ते के आओ भक्ति होती है। तो अचंबा होना भी स्वाभाविक है। लेकिन जैसे ही पंडित राम कृष्ण शर्मा के परिवार को एक छत तले इकट्ठा होने का अवसर मिलता है। वह पलक झपकते ही इस मौके को कैश करने में कोई गुरेज नहीं हैं। आज इस संयुक्त परिवार ने अपने पालतू कुत्ते का पहला जन्म दिवस खूब धूमधाम से मनाया।
पंडित रामकृष्ण शर्मा उनकी धर्मपत्नी लक्ष्मी देवी शर्मा और उनके जेष्ठ पुत्र विक्रांत शर्मा के परिवारिक सदस्यों ने अपने देसी नस्ल की कुत्ते नवाब का पहला जन्मदिन खूब जो से आयोजित किया।।
कुत्ते का नाम नवाब है पहले जन्मदिन के मौके पर आज विभिन्न प्रकार के केक काटे गए और परिवार के सदस्यों ने “निरीह जीवों पर दया करो हिंसा मत करो” के प्रचार पसार की भी शपथ ली। इस परिवार ने यह कुत्ता छोटी ही आयु में कराहता हुआ पाया था। इस मौके पर सभी को मिष्ठान चाय जलपान आदि वितरित किया गया और कुत्ते की वफादारियों का जिक्र भी बखूबी हुआ।। उन्होंने आगे कहा कि आज के दौर में जीवो पर दया करना लुप्त प्राय प्रचलन हो चुका है। उन्होंने सामान्य जानकारी में इजाफा करते हुए बताया कि जीव किसी भी घर का एक रोटी का टुकड़ा भी खा लेता है तो उसकी भी भरपाई दिए बिना प्राण त्याग नहीं करता है। इस कुत्ते नवाब के जन्मदिन के अवसर पर शिरकत करने वाले मेहमान भी अलग-अलग प्रकार के केक और अन्य गिफ्ट लेकर आए। गली नुक्कड़ के कुत्तों को भी केक खिलाया गया।