पठानकोट : 16 मार्च ; कंवल रंधावा /अल्फ़ा न्यूज इंडिया ;—— पठानकोट के साथ लगते हिमाचल प्रदेश के इंदौरा से तब्दील हो कर नूरपुर गए सेवानिवृत्ति के बाद पुनः रोजगार पर लगे एक नायब तहसीलदार व पटवारी ने चंद पैसों की खातिर अपना इमान बेच दिया जिन्हें विजिलेंस की टीम ने इन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। नायब तहसीलदार जगत राम व गुरियाल पटरवार खाने के पटवारी एल आर शर्मा को आज विजिलेंस विभाग की टीम द्वारा 2 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार करने का समाचार प्राप्त हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गारन निवासी महिला सुदेश कुमारी ने जमीन की निशानदेही करवानी थी। इसके लिए ही उक्त आरोपी 2 हजार रुपए रिश्वत मांग रहे थे। महिला ने यह बात अपने भाई को बताई। महिला ने अपने भाई के साथ विजिलेंस धर्मशाला में इसकी शिकायत की। विजिलेंस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और विजिलेंस के बिछाए जाल में आरोपी फंस गए। विजिलेंस की टीम ने नायब तहसीलदार व पटवारी को 2000 रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ धरा।
एसपी विमल गुप्ता का कहना है कि उनके पास शिकायत आई थी, जिस पर एक टीम गठित की गई थी। दो हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी, जिसमें 1500 पटवारी व 500 नायब तहसीलदार का शेयर था। आरोपियों को गिरफ्तार कर धर्मशाला लाया गया है, जिन्हें कल कोर्ट में पेश किया जाएगा।
उधर, विजिलेंस की टीम मामले की जांच कर रही है।
लोगों ने किया प्रदर्शन :-
आरोपियों को पकड़ने गुरियाल पहुंची विजिलेंस की टीम को स्थानीय उपप्रधान मनोज शर्मा, बीडीसी सदस्य एन के मनकोटिया के नेतृत्व में ग्रामीणों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। लोगों ने रोष प्रदर्शन करना शुरू कर दिया प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पटवारी ऐसा नहीं कर सकता है। माहौल गर्म होता देख पुलिस को शिकायकर्ताओं को सुरक्षित वहां से ले जाना पड़ा।