चंडीगढ़:-29 अगस्त: आरके विक्रमा शर्मा/राजेश पठानिया/करण शर्मा/ हरीश शर्मा/ अनिल शारदा:—- आज सिख पंथ के पांचवें गुरु गुरु अर्जन देव जी का गुरता गद्दी दिवस सिख समाज में तो हर्षोल्लास के साथ मनाया ही जा रहा है लेकिन दुनिया के सबसे प्राचीन और विशाल वट वृक्ष सादृश सनातन धर्म को मानने वाले भी सिख समाज को इस दिवस पर शुभकामनाएं और बधाइयां दे रहे हैं।
सिख पंथ के प्रवर्तक कालू राय मेहता के पुत्र गुरु नानक देव जी के बाद सिख पंथ की गद्दी पर गुरु अंगद देव जी और फिर अमर दास जी फिर रामदास जी तब पांचवें गुरु अर्जुन देव जी गद्दी पर अरुढ हुए। और तात्कालीन धर्म प्रचलित परंपरा और रीति-रिवाजों व पूजा पद्धति आदि का गहन अध्ययन करते हुए भौतिक संसार को नाम सिमरन अच्छा जीवन जीने और परोपकारी बनने और देश भक्ति आदि की बुनियादी शिक्षाएं दीं। उन्होंने जात पात धर्म संप्रदाय पंथ नस्लभेद आदि से परे रहकर मानव कल्याण के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन दिया।।