सनातनी मूल विचारधारा से धर्म विमुख नास्तिकों को जोड़ने का भागीरथी बीड़ा उठाए हुए हैं ज्योतिषी

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चंडीगढ़:- 1 अगस्त:-आर के विक्रमा शर्मा /हरीश शर्मा /करण शर्मा/ अनिल शारदा :——सनातन धर्म धरती पर सबसे विशाल समृद्ध पौराणिक और ऐतिहासिक इतिहास समेटे हुए चराचर जगत का सर्व पक्षीय और सर्वमान्य कल्याण हेतु मार्गदर्शन कर रहा है। सनातन धर्म की भले ही मूल परंपराओं और रस्मो रिवाज में भारी संकीर्णता विकृतियां बढ़ रही हैं। लेकिन फिर भी अनेकों लोग इसी की छत्रछाया में अपने परिवारों का भरण पोषण करते हुए सनातनी मूल विचारधाराओं को भी पुष्ट करने का भागीरथी कार्य कर रहे हैं। आज ऐसे लोगों को खासकर ज्योतिषियों को सम्मानित करने और उचित प्रेरणा देते हुए मार्गदर्शन देने की जरूरत है।।

इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए ज्योतिषाचार्य पंडित कृष्ण मेहता ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील कुमार शर्मा हिमाचली और ज्योतिषाचार्य पंडित चंद्र मोहन शास्त्री बिट्टू जी और हस्त रेखा विशेषज्ञ भाई फूलचद जी और कृष्णा पद्धति से जन्मपत्रिका ओं का वाचन और आकलन करने में सिद्धहस्त सरदार बलविंदर सिंह खोखर अंक ज्योतिषी सिद्ध जोगी बाबा बालक नाथ जी मंदिर चंडीगढ़ के युवा ज्योतिषाचार्य पंडित विवेक वशिष्ठ हिमाचली और छत्तीसगढ़ के युवा पत्रकार एवं ज्योतिषी पंडित रंजीत पांडे आदि के नाम धर्म का सेवा भाव से प्रचार और प्रसार करते हुए लोगों के दुख दर्द रोग पीड़ा का निवारण करने में शुमार है।

भाई फूलचंद जी हस्तरेखा विशेषज्ञों में अपना अग्रणी स्थान बनाने में चांद ही वर्षों में कामयाब हुए हैं आज इनके द्वार पर आईएएस अधिकारी आईपीएस अधिकारी राजनीतिज्ञ डॉक्टर वकील विद्यार्थी आदि अक्षर देखे जाते हैं यही नहीं विदेशों में भी आज भाई फूलचद जी की हस्तरेखाएं विशेषज्ञता से लाभ लेने वालों की लंबी फेहरिस्त बढ़ती ही जा रही है भाई फूल चंद जी किसी से किसी भी प्रकार की शुल्क आदि प्राप्त नहीं करते छे लेकिन उनके गुरुवर ने उन्हें निशुल्क ज्ञान का लाभ देने से रुकते हुए कुछ ना कुछ शुल्क निर्धारित करने का मार्गदर्शन और आदेश दिया है फिर भी भाई फूलचद जैन जी सामने बैठे व्यक्ति की रोग पीड़ा दुख सुख आदि को सम्मुख रखते हुए उसका निवारण करने में विश्वास रखते हैं और उसकी आर्थिक परिस्थितियों का भी समुच्चय ध्यान और सम्मान करते हैं और शुल्क में विशेष निशुल्क का प्रावधान यह सुविधा देते हैं।।

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